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तिब्बत समाधान अधिनियम : राष्ट्रपति चुनावों में जो बाइडेन को मिल सकता है फायदा

धर्मशाला, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) ।अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा हाल ही में बीते 12 जुलाई को तिब्बत समाधान अधिनियम पर हस्ताक्षर करने के बाद अमेरिका में रह रहे तिब्बती खासे खुश हैं। तिब्बती समुदाय को मिली इस सौगात के चलते राष्ट्रपति जो बाइडेन को आने वाले चुनावों में तिब्बती वोट बैंक फायदे का सौदा साबित हो सकते हैं। गौरतलब है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाईडेन के तिब्बत को लेकर रुख से विश्व भर के तिब्बती समुदाय में खुशी की लहर है। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों से ऐन पहले जो बाईडेन का तिब्बत कार्ड उनकी जीत में भी सहायक साबित हो सकता है।

गौर हो कि अमेरिका में अनुमानित 10 हजार ऐसे तिब्बती लोग रह रहे हैं जिन्हें अमेरिकी नागरिकता मिली हुई है और वह वहां के वोटर हैं। ऐसे में जाहिर है कि जो बाईडेन का तिब्बत कार्ड उनको राजनीतिक लाभ दिलवाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव से कुछ माह पहले ही वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा तिब्बत समाधान एक्ट पर हस्ताक्षर करके इस विधेयक को कानून बनाने का बड़ा कदम उठाया गया है।

वहीं तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा खुद इन दिनों अमेरिका में हैं। ऐसे में जो बाइडेन का ये कदम चुनावों में उनको तिब्बती वोट बैंक को अपने पक्ष में करने में पूरी तरह मददगार साबित हो सकता है।

गौरतलब है कि जो बाइडेन ने जिस तरह चीनी विरोध को दरकिनार करते हुए इस विधेयक पर हस्ताक्षर किए हैं तथा चीन को तिब्बती धर्मगुरू दलाईलामा के साथ बातचीत करके तिब्बत मसले को सुलझाने की बात कही है, उससे विश्व भर के करीब 30 देशों में रहने वाले तिब्बती लोगों में खुशी है। ऐसे में विश्व भर में तिब्बती समुदाय जहां जो बाइडेन का आभार जता रहा है तो वहीं अमेरीका में रह रहे 10 हजार तिब्बती मतदाताओं का डेमोक्रेटिक पार्टी को समर्थन मिलना भी लगभग तय माना जा रहा है।

इस बारे में मैकलोडगंज स्थित निर्वासित तिब्बत सरकार के सेटलमेंट ऑफिसर कुनचोक मिग्मार ने कहा कि पूरा तिब्बत तथा विश्व भर में रह रहे तिब्बत के लोग अमेरिका द्वारा कानून के रूप में हस्ताक्षरित तिब्बत समाधान एक्ट से बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका में 10 हजार के लगभग तिब्बती वोटर हैं। वो कहते हैं कि ये नहीं कहा जा सकता कि जो बाईडेन का ये कदम राजनीतिक लाभ के लिए है लेकिन ये कहा जा सकता है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के इस कदम के कारण तिब्बती समर्थन उनके साथ रह सकता है।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया शुक्ला

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