भागलपुर, 24 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के सबौर प्रखंड के मसाढ़ू गांव में बाढ़ का कहर जारी है। इस गांव का अस्तित्व अब खत्म होने के कगार पर है। गांव के 30 फीसदी घर गंगा में विलीन हो चुके हैं, जबकि 30 फीसदी घर गंगा के कटाव के मुहाने पर है। आशंका है कि अगले 24 घंटे के अंदर 10 से अधिक घर गंगा में विलीन हो जाएंगे।
मंगलवार को महज चंद मिनट में तीन पक्का कि मकान कटाव का भेंट चढ़ गया। देखते-देखते लोगों के जिंदगी भर के पसीने की कमाई नदी में विलीन हो गई। घर के सदस्यों के आंखों से आंसू छलकने लगे। तीनों घर अलग-अलग परिवार के हैं, जिसमें राजेंद्र मंडल, नागेश्वर मंडल और श्याम सुंदर मंडल शामिल हैं। यह सभी लोग मजदूरी करते हैं तो कोई पशुपालन कर अपना घर का भरण पोषण करता है। पेट काटकर आशियाना बनाया था लेकिन गंगा के घटते जलस्तर में कटाव भयावह और तेज हो गया और पीड़ितों के सपनों को बहा ले जा रहा है। अभी इलाके के लोगों में खौफ है।
लोगों को भय ही की कभी भी उसका घर गंगा में समा सकते है। अब तक की कटाव में 500 फीट जमीन गंगा में बह गया है। 50 से अधिक घर गंगा में विलीन हो चुके हैं। सरकारी भवन, आंगनबाड़ी केंद्र और जल मीनार सब कुछ गंगा के आगोश में समा चुका है।
(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर