गाजियाबाद, 04 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।
थाना मोदीनगर पुलिस ने शुक्रवार को फर्जी एसओजी व पत्रकार बनकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह के एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने निजी सुरक्षा एजेंसी संचालक को हनीट्रैप में फंसाकर 10 लाख रुपये ऐंठे थे।
एसीपी ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि थाना मोदीनगर पर प्रमोद कुमार निवासी शिव हरि मन्दिर कलोनी गली-1 मकान 260 दिल्ली रेलवे लाईन नई ट्यूवैल के पास जनपद मेरठ ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने कहा कि वह टाईगर सिक्योरिटी ग्रुप मेरठ के प्रभारी हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि आरती नामक महिला व उसके तीन साथियों ने उन्हें हनी ट्रैप में फंसा कर 10 लाख रुपये की मांग की और जेब में रखे 48000 निकाल लिए। इतना ही नहीं इन्होंने निवाड़ी रोड पर बुलाकर लोनी महिला को अचानक नग्न खड़ा करके उसके भी कपड़े उतरवा कर नग्न वीडियो भी बना लिया। इनमें से एक ने खुद को पत्रकार तथा बाकी दोनों ने खुद को एसओजी का सिपाही बताया।
पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने के बाद शुक्रवार को आरती पत्नी प्रमोद निवासी ग्राम कलछीना को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा मामले जांच में ग्राम रसूलपुर धोलडी थाना जानी जिला मेहराज चौधरी, वसी मौहम्मद व युसुफ एक अन्य अज्ञात व्यक्ति का नाम प्रकाश मे आया। पुलिस ने मेहराज चौधरी व वसी को राजचौपला मोदीनगर से मुकदमा उपरोक्त की घटना में आवेदक से छीने गये रुपयों में से 6000 रुपये सहित गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ करने पर अभियुक्ता आरती ने बताया कि साहब मैंने अपने अन्य साथी मेहराज चौधरी, वसी मोहम्मद व युसुफ के साथ मिलकर प्रमोद को अपना आधार कार्ड आदि की छायाप्रति देने के बहाने अपने किराये के मकान निवाड़ी रोड पर बुलाया था तथा आते ही उससे पैसा प्राप्त करने की नियत से उसके साथ अपनी नग्न अवस्था में वीडियो बनाकर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर ब्लैकमैल कर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी।
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(Udaipur Kiran) / फरमान अली