
नई दिल्ली, 7 अप्रैल (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय महिला आयोग 8 से 10 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राज्य महिला आयोगों (एसडब्ल्यूसी) के पदाधिकारियों के लिए तीन दिवसीय क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा। कार्यक्रम का उद्देश्य जमीनी स्तर पर महिला-केंद्रित मुद्दों को अधिक प्रभावी ढंग से संबोधित करते हुए कानूनी और रणनीतिक दृष्टिकोण के साथ राज्य आयोग के कामकाज को मजबूत करना है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर अपने विचार साझा करने, प्रतिनिधियों से बातचीत करने और कार्यवाही का मार्गदर्शन करने के लिए कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहेंगी।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने सोमवार को कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम में विवाह-पूर्व सामुदायिक केंद्रों (पीएमसीसी) में राज्य महिला आयोगों की भूमिका पर एक सत्र भी शामिल होगा, जहां ऐसे केंद्रों के उद्देश्य और महत्व पर चर्चा की जाएगी। सत्र में इस बात पर प्रकाश डाला जाएगा कि कैसे पीएमसीसी रिश्तों की शिक्षा को बढ़ावा दे सकते हैं और वैवाहिक कलह को रोकने में मदद कर सकते हैं। प्रशिक्षण का एक अन्य प्रमुख घटक यौन उत्पीड़न की रोकथाम (पीओएसएच) पर केंद्रित होगा, जिसमें कार्यस्थलों में उत्पीड़न को रोकने और संबोधित करने के लिए संस्थागत तंत्र को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि तीन दिवसीय कार्यक्रम में मध्यस्थता तकनीकों पर प्रशिक्षण भी शामिल होगा, जहां प्रतिभागियों को वैवाहिक कलह के बाद पक्षों के बीच मध्यस्थता के प्रभावी तरीकों से अवगत कराया जाएगा। इसके अलावा, कार्यक्रम में केस हैंडलिंग और सुनवाई आयोजित करने के प्रभावी तरीकों को शामिल किया जाएगा। इसमें केस प्रबंधन के प्रमुख सिद्धांतों, कानूनी ढांचे को समझने, सुनवाई के दौरान सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने और उचित दस्तावेज़ीकरण, रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने पर प्रशिक्षण शामिल होगा।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी
