अयोध्या, 11 जनवरी (Udaipur Kiran) ।श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीरामलला के विराजमान लेने के प्रथम वार्षिकोत्सव प्रतिष्ठा द्वादशी की शनिवार को भव्य शुरुआत हुई। इस अवसर पर गर्भगृह के निकट मंडप में त्रिदिवसीय राग सेवा का कार्यक्रम भी शुभारंभ हुआ।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महामंत्री चंपत राय ने बताया कि भारतीय उपासना पद्धति में नवधा भक्ति परम्परा में नृत्य संगीत,वादन द्वारा श्री राम राग सेवा अर्पित की जाती है ।
समारोह के पहले दिन उषा मंगेशकर और मयूरेश पई के भजन से राग सेवा का शुभारंभ हुआ। इसके उपरांत साहित्य नाहर सितार तथा संतोष नाहर वायलिन की जुगलबंदी के साथ अपना भक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत किया। पहले दिन की राग सेवा का समापन डॉ आनन्दा शंकर जयंत की ओर से भरत नाट्यम नृत्य पर भावयामि रघुरामम्’ के साथ हुआ।हे सकल विश्वास राम ! टाईम्स म्युजिक और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किया गया एल्बम, टाईम्स म्युजिक के चैनल, यू ट्यूब और स्पॉटीफाई पर आज प्रदर्शित किया गया। इसका औपचारिक समर्पण, आज प्रतिष्ठा द्वादशी के मंगल अवसर पर मंदिर प्रांगण में किया गया। जिसमें संगीत संयोजन गौरी यादवदकर,संगीत अरेंज और प्रोडक्शन दुर्गेश आर राजभट्ट और गीत यतीन्द्र मिश्र का हैं।राग सेवा अनुष्ठान के परिकल्पनाकार और समन्वयक अयोध्या के कलाविद् यतीन्द्र मिश्र हैं। इस कार्य में उनका सहयोग संगीत नाटक अकादमी कर रहा है।
(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय