RAJASTHAN

स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय किसान मेले का समापन

छह हजार किसानों ने मेले में की सहभागिता:कृषि तकनीक, प्रौद्योगिकी और नवाचारों से हुए परिचित

बीकानेर, 27 मार्च (Udaipur Kiran) । स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय किसान मेले का समापन गुरुवार को हुआ। इस मेले में 6,000 से अधिक किसानों ने भाग लिया और कृषि की आधुनिक प्रौद्योगिकी, नवाचारों व अनुसंधान से परिचित होने का अवसर प्राप्त किया।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत ने किसानों की मेहनत को राष्ट्र की समृद्धि का आधार बताते हुए कहा कि सरकार का प्रयास है कि प्रदेश का किसान आत्मनिर्भर व समृद्ध बने। उन्होंने बताया कि गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त राशि दी जा रही है, जिससे किसानों को अधिक लाभ मिल सके।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि किसान मेले में किसानों को सुनियोजित कृषि प्रक्रियाओं, फसल प्रबंधन, फल-सब्जी उत्पादन, पशुपालन तथा द्वितीयक कृषि क्रियाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। विश्वविद्यालय ने कृषि विभाग (आत्मा) के सहयोग से वैज्ञानिक तरीकों पर आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा द्वितीयक कृषि क्रियाओं के प्रशिक्षण केंद्र का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है, साथ ही फार्म मशीनिंग इम्प्रूवमेंट ट्रेनिंग सेंटर खोलने की योजना भी बनाई जा रही है।

कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. त्रिलोक कुमार जोशी ने कहा कि राजस्थान मिलेट्स (श्रीअन्न) उत्पादन में अग्रणी है और किसानों को इनके उत्पादन पर अधिक ध्यान देना चाहिए। उन्होंने उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग पर चिंता जताते हुए जैविक खेती अपनाने पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न कृषि योजनाओं और अनुदानों की जानकारी भी दी।

वित्त नियंत्रक पवन कस्वां ने कहा कि बदलते समय के अनुरूप द्वितीय हरित क्रांति की आवश्यकता है। प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद किसान अनाज उत्पादन में जुटे रहते हैं और कृषि को प्रासंगिक बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित यह किसान मेला इस दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

मेले के तीसरे दिन पशुपालन प्रदर्शनी प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें पशुपालकों ने विभिन्न श्रेणियों में अपने पशुओं का प्रदर्शन किया। विधायक सारस्वत ने प्रतियोगिता में प्रदर्शित विभिन्न पशु नस्लों की जानकारी ली और पशुपालकों को प्रोत्साहित किया। प्रतियोगिता प्रभारी डॉ. एन. एस. दहिया ने बताया कि पशुपालकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और श्रेष्ठ पशुपालकों को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मेला स्मारिका का विमोचन भी किया गया। विधायक सारस्वत ने विभिन्न स्टॉल्स का निरीक्षण किया और किसानों से संवाद किया। उन्होंने सफेद तिल भी खरीदे, जो किसानों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।

समारोह में प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. नीना सरीन, उपनिदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. राजेश कुमार वर्मा, मेला प्रभारी डॉ. सुभाष चंद्र बलवदा, उपनिदेशक कृषि विस्तार (आत्मा) ममता चौधरी, कृषि अधिकारी उद्यानिकी मुकेश गहलोत, विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता अधिकारी और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / राजीव

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