
डूंगरपुर, 17 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । जिले के सदर थाना क्षेत्र में एक दिव्यांग नाबालिग लडकी के साथ दुष्कर्म के मामले में पोक्सो कोर्ट ने तीन आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। उसके साथ ही तीनों को 25-25 हजार का जुर्माना भी लगाया है। इसके अलावा पीडित प्रतिकर में लडकी को मुआवजा राशि भी उपलब्ध कराई है।
अभियोजन पक्ष के वकील नरेश कलाल ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के एक गांव में पीडिता 24 अगस्त 2023 को घर पर अकेली थी। वो आंखों से दृष्टिबाधित थी। इस कारण दृष्टिबाधित अंध विद्यालय में कक्षा 6 में अध्ययनरत है। उसकी मां का निधन हो गया था। पिताजी मजदूरी के लिए अहमदाबाद गए थे। घर पर दादी खेतों में गई थी। नाबालिग पशुघर में कार्य कर रही थी तभी आरोपित काउडा उर्फ चंद्रप्रकाश पुत्र भेमला (उम्र 35 वर्ष) निवासी डचकी, बंशीलाल पुत्र मंगला (उम्र 20 वर्ष) और बंशीलाल पुत्र मोहनलाल (उम्र 23 वर्ष) निवासी डचकी पुलिस थाना सदर ने पीड़िता के घर में घुसकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। जिसके बाद पीडिता ने अपनी दादी और पिता के साथ 25 अगस्त 2023 को सदर थाने में मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपित को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट के आदेश पर उन्हें जेल में रखा था। पुलिस की ओर से जांच कर सबूत के साथ कोर्ट में चालान पेश किया। जिस पर न्यायालय ने तीनों आरोपित को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा एवं 25-25 हजार जुर्माना की सजा सुनाई है। वहीं, पीडिता को पांच लाख का प्रतिकर मुआवजा भी दिलाया है।
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(Udaipur Kiran) / संतोष
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