

सिराेही, 10 अप्रैल (Udaipur Kiran) । मानवता की सेवा में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर लाखों लोगों को सद्मार्ग, शांति, अध्यात्म और मूल्यों का पाठ पढ़ाकर श्रेष्ठ चरित्र निर्माण करने वालीं ब्रह्माकुमारीज़ की मुख्य प्रशासिका 101 वर्षीय दादी रतनमोहिनी की पार्थिव देह गुरुवार सुबह पंचतत्व में विलीन हो गईं। हजारों लोगों ने नम आंखों से दादी काे अंतिम विदाई दी। मुख्यालय शांतिवन में दादी निवास के सामने गार्डन में अंतिम संस्कार किया गया।
दादी को संस्थान की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी, संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी दीदी, राजयोगिनी बीके संतोष दीदी, अतिरिक्त महासचिव बीके करुणा, अतिरिक्त महासचिव बीके डॉ. मृत्युंजय, दादी की निज सचिव बीके लीला दीदी सहित वरिष्ठ अन्य भाई-बहनों ने मुखाग्नि दी। इसके पूर्व हजारों लोगों ने ऊं ध्वनि की और ओम शांति मंत्र का उच्चारण कर व मौन रहकर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
आठ मार्च को रात्रि 1.20 बजे अहमदाबाद के जॉइडिस हॉस्पिटल में दादी ने अंतिम सांस ली थी। उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए शांतिवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में रखा गया था। नाै मार्च को माउंट आबू के लिए बैकुंठी यात्रा निकाली गई।
अंतिम यात्रा में पहुंचे जालाेर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी ने कहा कि दादी का जाना पूरे जिले के लिए अपूरणीय क्षति है। दादी ने अपने जीवन से लाखों लोगों को संदेश दिया। उनके सेवाकार्यों को भुलाया नहीं जा सकता है।
गृहमंत्री अमित शाह, उप्र के सीएम योगी आदित्यनाथ, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने भी शोक संदेश भेजकर दुख जताया। दादी रतनमोहिनी 26 साल की युवावस्था में पहली बार ब्रह्मा बाबा के साथ माउंट आबू आईं थीं। विश्व सेवा और युवाओं को सद्मार्ग पर लाने की ऐसी धुन लगी कि सदा के लिए यहीं की होकर रह गईं। उन्हाेंने अपना पूरा जीवन युवा सशक्तीकरण, युगा जागृति में लगा दिया। युवाओं से विशेष प्रेम, स्नेह के चलते आपको सभी युवाओं की दादी कहकर पुकारते थे।
इस दौरान बीजेपी जिलाध्यक्ष रक्षा भंडारी, पूर्व विधायक जगसीराम कोली, विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेश प्रमुख राजाराम, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश चौधरी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश प्रमुख हीराराम बारड़, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी, पूर्व जस्टिस वी. ईश्वरैय्या, ग्वालियर से आए सिविल जज शिवकांत कुशवाहा सहित देश-विदेश से आए पांच हजार से अधिक लोगों ने दादी को श्रद्धांजलि दी।
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(Udaipur Kiran) / रोहित
