
चंडीगढ़, 10 मई (Udaipur Kiran) । चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए सिविल डिफेंस वालंटियर के लिए पंजीकरण खोलने के बाद शनिवार को पूरा शहर एकजुट नजर आया। हर आयु वर्ग के लोग महिलाएं, पुरुष, युवक, युवतियां सिविल डिफेंस वालंटियर के लिए पंजीकरण करवाने को सड़कों पर उतर आए। इससे पहले चंडीगढ़ में कुल पंजीकृत सिविल डिफेंस वालंटियरों की संख्या तीन सौ थी। शनिवार को एक दिन में ही तीन हजार लोगों ने फार्म भर दिए।
यह कार्यक्रम चंडीगढ़ के टैगोर थिएटर में किया गया। प्रशासन को उम्मीद थी कि यहां करीब एक हजार लोग आएंगे, लेकिन शनिवार को सुबह दस बजे ही भारी भीड़ उमड़ने के बाद कार्यक्रम को सेक्टर-17 में शिफ्ट करना पड़ा है। वहां पर आए युवाओं ने पाकिस्तान मुर्दाबाद और भारत जिन्दाबाद के नारे लगाए।
युवाओं ने कहा कि वे पाकिस्तान से लडऩे लिए आए हैं। वे लोग भारतीय सेना और देश के साथ खड़े हैं। कार्यक्रम में लड़कियों की संख्या भी काफी नजर आई। इतनी भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
टैगोर थिएटर और तिरंगा अर्बन पार्क में 3,000 से अधिक स्वयंसेवकों ने नागरिक सुरक्षा नायकों के रूप में नामांकन कराया। चंडीगढ़ के प्रशासक एवं पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने युवाओं से रूबरू होते हुए भारत के गुमनाम नायकों की लंबी परंपरा को याद किया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में हजारों ऐसे नायक हैं, जिन्होंने बिना किसी पद या मान्यता के सेवा की। उन्होंने 1962, 1965 और 1971 के युद्धों के दौरान नागरिकों द्वारा निभाई गई भूमिकाओं की चर्चा की। कटारिया ने सभी को याद दिलाया कि जब हमारे बहादुर सैनिक सीमाओं पर देश की रक्षा करते हैं, तब नागरिक स्वयंसेवकों की जिम्मेदारी है कि वे देश की भावना को सुरक्षित रखें।
चंडीगढ़ के उपायुक्त निशांत यादव ने कहा कि आज तीन हजार से अधिक लोगों ने पंजीकरण करवाया है। आने वाले दिनों में इन आवेदनों के सेक्टर के अनुसार सेट किया जाएगा। उसके बाद सेक्टर वाइज युवाओं, महिलाओं, युवतियों को एक सप्ताह का सिविल डिफेंस प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। जिसके तहत रेस्क्यू ऑपरेशन, लोगों को शिफ्ट करना, आपदा प्रबंधन में टीमों की मदद करने आदि के बारे में बताया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
