Uttar Pradesh

राष्ट्रीय लोक अदालत में हजारों वादों का हुआ निस्तारण

राष्ट्रीय लोक अदालत में हजारों वादों का हुआ निस्तारण

कानपुर, 14 सितम्बर (Udaipur Kiran) । न्यायालयों में लंबित वादों के निस्तारण के लिए आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को हजारों वादों का निस्तारण किया गया। इसमें दीवानी, वैवाहिक वाद व सिविल वाद आदि रहें। सबसे अधिक बैंक और बीमा से संबंधित रहें, जिनकी संख्या लाखों में रही। इन वादों का निस्तारण न्यायिक के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने भी किया।

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा-निर्देश में शनिवार को कानपुर में जनपद न्यायाधीश प्रदीप कुमार सिंह द्वितीय की अध्यक्षता में लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष व जनपद न्यायाधीश प्रदीप कुमार सिंह द्वितीय ने दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ किया गया। उन्होंने कहा कि आज हम सब लोग राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन पर यहां एकत्र हुए है और हमारा यह प्रयास होना चाहिए कि अधिक से अधिक वादों का निस्तारण कर राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाया जाए। दीवानी न्यायालय में आयोजित लोक अदालत में आपराधिक शमनीय वाद, वैवाहिक वाद, सिविल वाद, मोटर–दुर्घटना वाद, राजस्व वाद, आरबीट्रेशन वादों के साथ-साथ बैंक व बीमा कम्पनी में लम्बित वादों को प्री-लिटिगेशन स्तर पर सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया। दीवानी, वैवाहिक व अपराध के जहां हजारों वादों का निस्तारण हुआ तो वहीं बैंक व बीमा से संबंधित वादों की संख्या लाखों में रही जिनका निस्तारण किया गया। इन मामलों में करीब 20 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली या पीड़ित को दिलाया गया। बैंक व बीमा से संबंधित वादों के निस्तारण में प्रशासनिक अधिकारियों का भी सहयोग रहा।

इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय प्रमोद कुमार द्वितीय, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण (दक्षिणी) महेन्द्र नाथ, नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत विनय सिंह, एवं अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शुभी गुप्ता सहित जनपद न्यायालय के समस्त न्यायाधीशगण व बार एसोसिएशन के पदाधिकारीगण उपस्थित रहें।

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(Udaipur Kiran) / अजय सिंह

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