Uttar Pradesh

जो लोग राम नाम का सहारा लेते हैं वे जगत का आधार बन जाते हैं : मुरलीधरजी महाराज

हरे कृष्ण सेवा न्यास समिति के तत्वावधान में नवदिवसीय श्री राम कथा महोत्सव का चतुर्थ दिन

मुरादाबाद, 20 मार्च (हिं.स.)। हरे कृष्ण सेवा न्यास समिति के तत्वावधान में नवदिवसीय श्री राम कथा महोत्सव चतुर्थ दिन व्हाइट हाउस में गुरुवार को राजस्थान जोधपुर के संत मुरलीधरजी महाराज ने कहा कि सुख का स्रोत तो केवल राम ही है। कलियुग में केवल राम नाम ही आधार है। जिस व्यक्ति ने राम नाम रूपी नाव का सहारा ले लिया वह व्यक्ति इस संसार रुपी भव सागर से पार उतर जाता है। जो लोग राम नाम का सहारा लेते हैं वे जगत का आधार बन जाते है।

मुरलीधर जी महाराज ने गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के बालकांड में वर्णित राजा दशरथ के भगवान राम सहित चारों पुत्रों के नामकरण संस्कार, बाललीलाओं, विद्यारंभ संस्कार व अहल्या उद्धार प्रसंग का बड़े ही सुन्दर भाव से वर्णन किया।

मुरलीधर महाराज ने सुनाया कि वास्तविकता तो यही होनी चाहिए व्यक्ति को अपने भविष्य जानने की जरूरत नहीं रखनी चाहिए। लेकिन ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो अपने भविष्य को जानना नहीं चाहता। प्रत्येक व्यक्ति अपने भविष्य को जानना चाहता है और अपने आपको श्रेष्ठ सुख पाने की चेष्टा रखता है। इसीलिए वर्तमान में यदि हम देखें तो यदि कोई सच्चा संत है या सच्चा भजन आनंदी हैं जिसका तार भगवान से जुड़ा हुआ है तो उसके पास लोग नहीं जाते है। मैं यह सत्य कह रहा हूं कि जहां झूठ-मूठ के चमत्कार बताए जाते हैं, जहां प्रॉपरगंडा होता हैं वहां लाखों की भीड़ पहुंचती है।

महाराज श्री ने कहा कि शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ प्रसाद खाने के योग नहीं होता है। आजकल तो विशेष रूप से खिलाया जाता है कि चढ़ाओ और खाओ। कहा जाता है कि शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ पदार्थ व्यक्ति खा लेता है तो उसके पुण्य नष्ट हो जाते हैं। भगवान शंकर का उसे आशीर्वाद नहीं मिलता केवल एक चमत्कार के लिए भगवान के नाम पर विश्वास नहीं है, व्यक्ति को अपने पुरुषार्थ पर विश्वास नहीं है लेकिन चमत्कार पर विश्वास है। मैं तो कभी-कभी सोचता हूं कि यह समाज कौन सी दिशा में जा रहा है। यह समझ में नहीं आ रहा व्यक्ति पुरुषार्थ नहीं करना चाहता बिना पुरुषार्थ किए सब मिल जाए यह चाहता है।

पूजन पंडित कैलाश मुरारी ने विधि विधान से सम्पन्न कराया। मुख्य यजमान तोदी परिवार के बनवारी लाल तोदी बंटी सपत्नीक उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि समाजसेवी गोपाल मिश्रा व शकुंतला पारिख रहीं।

(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल

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