


– केंद्रीय राज्य मंत्री बी. एल. वर्मा ने सपरिवार त्रिवेणी संगम में लगाई डुबकी
– पीपीई किट वितरण एवं सुगमता कार्यक्रम में की सहभागिता की
– स्वच्छ भारत अभियान से स्वच्छता में सुधार, मशीनों से सफाई पर दिया जोर
-‘नमस्ते योजना’ से सफाई कर्मियों की सुरक्षा और सम्मान होगा सुनिश्चित
महाकुम्भ नगर, 17 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय केंद्रीय राज्य मंत्री बी. एल. वर्मा ने सपरिवार सोमवार को संगम में पवित्र स्नान किया।
उन्होंने नागवासुकि सेक्टर-7 कैलाशपुरी मार्ग, (पश्चिमी पटरी) महाकुंभ नगर में स्थापित सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के शिविर में आयोजित पीपीई किट वितरण एवं सुगमता कार्यक्रम में सहभागिता की। इस दौरान उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं और सफाई कर्मियों से बातचीत की और सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम है, जहां करोड़ों लोग संगम में स्नान करने आते हैं। इतनी विशाल जनसंख्या के बीच सफाई और स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रबंधन एक चुनौती है, जिसे सरकार योजनाबद्ध तरीके से पूरा कर रही है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता कर्मियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अब कोई भी सफाई कर्मी जोखिम भरे कार्य के लिए मजबूर न हो। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 से सरकार ने कचरा बीनने वालों को भी ‘नमस्ते योजना’ के अंतर्गत लाभान्वित करने का निर्णय लिया है। इससे उन्हें कानूनी संरक्षण, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ और सुरक्षित आजीविका प्राप्त होगी। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे कचरा पृथक्करण को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और स्वच्छता अभियान में अपना योगदान दें।
उन्होंने बताया कि सरकार अब तक 65,060 सीवर और सेप्टिक टैंक श्रमिकों की प्रोफाइलिंग कर चुकी है, 32,734 श्रमिकों को पीपीई किट वितरित की जा चुकी हैं, 86 आपातकालीन प्रतिक्रिया इकाइयों को सुरक्षा उपकरण प्रदान किए गए हैं और 15,153 लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड दिए गए हैं।
(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय
