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जयपुर, 21 जनवरी (Udaipur Kiran) । जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 18वें संस्करण का आयोजन 30 जनवरी से 3 फरवरी तक होटल क्लार्क्स आमेर, जयपुर में होगा। फेस्टिवल की आयोजक कंपनी टीमवर्क आर्ट्स ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में कार्यक्रम की रुप रेखा प्रस्तुत की। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का एक प्रमुख आकर्षण प्रतिष्ठित कन्हैया लाल सेठिया पुरस्कार इस बार हिंदी के प्रख्यात कवि बद्री नारायण को प्रदान किया जाएगा। कवि बद्री नारायण को उनकी साहित्यिक प्रतिभा और लोकधर्मी दृष्टिकोण के लिए पहचाना जाता है। उनका प्रशंसित कविता संग्रह तुमड़ी के शब्द 2022 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हुआ। बद्री नारायण का साहित्यिक योगदान न केवल कविता तक सीमित है, बल्कि वे एक प्रमुख समाज-विज्ञानी और पब्लिक इंटलेक्चुअल के रूप में भी जाने जाते हैं।
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की इस वर्ष की थीम उन कथाओं पर आधारित है जो हमारी दुनिया को आकार देती हैं और उन पुस्तकों का जश्न मनाती हैं जो कल्पना को नई उड़ान देती हैं। इस वर्ष के फेस्टिवल का मुख्य आकर्षण ‘द फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’ है, जो वर्तमान वैश्विक-राजनीति, युद्ध और संघर्ष से संबंधित सत्रों पर केंद्रित होगा। फेस्टिवल में थिएटर, नृत्य, संगीत, कविता, सिनेमा, खेल, भोजन, जलवायु और अन्य विविध विषयों पर भी सत्र आयोजित होंगे।
फेस्टिवल में इस बार लगभग 600 हस्तियां शामिल होंगी, जिनमें नोबेल और बुकर पुरस्कार विजेता लेखक, नीति-निर्माता और प्रसिद्ध साहित्यिक हस्तियां शामिल हैं। यह आयोजन न केवल साहित्य प्रेमियों के लिए एक शानदार अवसर होगा, बल्कि यह विविधता, समावेशन और संवाद के महत्व को भी उजागर करेगा। नूपुर संस्थान के सहयोग से इस वर्ष फेस्टिवल में साइन लैंग्वेज और इंटरप्रिटेशन सेशन्स भी होंगे, जो हर व्यक्ति तक विचारों को पहुंचाने की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। यह पहल विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए विचारों और चर्चाओं में भागीदारी को सुनिश्चित करेगी, जिससे फेस्टिवल और भी समावेशी बन सके।
टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के. रॉय ने कहा, पिछले 18 वर्षों में, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल विचारों और कहानियों का एक सच्चा उत्सव बन गया है, और इसकी सफलता का सबसे बड़ा श्रेय जयपुर शहर और इसके नागरिकों को जाता है। उनका मानना है कि जयपुर के अद्वितीय माहौल और यहाँ के लोगों की साहित्यिक रुचि ने इस फेस्टिवल को वैश्विक मंच पर एक पहचान दिलाई है।
इस वर्ष के फेस्टिवल का आयोजन विभिन्न संवादों और सत्रों के माध्यम से साहित्य, कला और संस्कृति के संबंध में गहरी समझ और विचारों के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा।
क्लार्क्स ग्रुप ऑफ होटेल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अपूर्व कुमार ने कहा, “जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल सांस्कृतिक और बौद्धिक एकता का प्रतीक है, जिसकी प्रेरणा जयपुर की समृद्ध विरासत है। यह दुनिया को राजस्थान से जोड़कर, संवाद, समावेशिता और प्रगति को प्रोत्साहित करता है, जो क्लार्क्स ग्रुप ऑफ होटल्स के मिशन का भी मुख्य उद्देश्य है।
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(Udaipur Kiran)
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