Madhya Pradesh

जिला अस्‍पताल सहित स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रो में नहीं होगा डार्क जोनः कलेक्टर

जिला अस्‍पताल सहित स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रो में नहीं होगा डार्क जोनः कलेक्टर

बालाघाट, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । कलेक्टर मृणाल मीना ने गुरुवार को सीएमएचओ और सिविल सर्जन से अस्पताल प्रबंधन के सम्बंध में विस्तार से जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि अस्पताल परिसर में कोई भी स्थान डार्क जोन में नहीं होना चाहिए। चाहे वो सीसीटीवी की निगरानी का मामला हो या प्रकाश व्यवस्था का हो। साथ ही सीसीटीवी हर समय क्रियाशील रहें। इसके लिए किसी शासकीय कर्मचारी का विधिवत आदेश निकाला जाए। जो निरंतर वॉच करते हुए डेटा संधारण का कार्य करें, वही लाईट की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करें। जहां तक सुरक्षा की बात है तो डॉक्टर्स के साथ-साथ मरीजों और उनके साथ आने वाले परिजनों को पर्याप्त सुरक्षा मिलनी चाहिए। इसलिए सिक्योरिटी एजेंसी द्वारा लगाए गए गार्ड का आंकलन करें और उस अनुरूप उनका भुगतान करें।

कलेक्टर मीना ने बालाघाट में जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सभी के रात्रिकालीन निरीक्षण के लिए राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए गए। इस विजिट में मुख्‍य रूप से सुरक्षा व्‍यवस्‍थाओं और रात्रि ड्यूटी पर फोकस करेंगे। पुलिस द्वारा भी रात में गश्‍त के दौरान समय-समय पर राउंड लगाए जाएंगे। इसके अलावा यहां कार्य सम्बंधित सीएस सीएमएचओ और बीएमओ भी सुनिश्चित करेंगे।

आयुष्मान व आधार कार्ड बनाने का कार्य शीघ्र पूरा करें

कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड बनाने के सम्बंध में सीएमएचओ डॉ. मनोज पांडे से कहा कि आयुष्मान कार्ड का कार्य तेजी से करें। पोर्टल बन्द होने जैसी कोई बहाने बाजी न करें तो काम होगा। ज्ञात हो कि मुख्य सचिव राणा वीरा ने वीसी के माध्यम आए आयुष्मान की समीक्षा की। जिसमें किसी भी कलेक्टर ने पोर्टल बन्द होने के सम्बंध में अवगत नही कराया गया। इसी बात पर कलेक्टर ने सीएमएचओ को कार्य मे प्रगति लाने की हिदायत दी है। इसी तरह आधार कार्ड बनाने को लेकर भी निर्देशित किया गया है।

पंचायतों में जलस्रोतों का क्लोरीनेशन किया जाएगा

कलेक्टर मीना ने ग्रामीण क्षेत्रो में जल जनित समस्याओ और बीमारियों से बचाने के लिए जिला पंचायत सीईओ और पीएचई विभाग को निर्देश दिए है। ग्रामीण क्षेत्रो के सभी जल स्त्रोतों पर क्लोरीनेशन के कार्य विभागों द्वारा इस कार्य को प्राथमिकता दी जाएगी। कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों से गुजरने वाली मुख्य सड़कों और हाई वे पर बैठने वाले गौवंश व बेसहारा पशुओं के गौशालाओं के रखने के लिए निर्देश दिए। इस कार्य में पशुओं का व्यवस्थित दस्तावेजीकरण करने के भी निर्देश दिए है। कलेक्टर ने नगर पालिका के कार्यो की भी जानकारी ली। इसमें अमृत-2.0 के लंबित कार्य, फारेस्ट की एनओसी आदि बिन्दुओ पर जानकारी ली।

लक्ष्य पाने के लिए तहसीलदार अपना प्लान तैयार करें और अमल में लाएं

कलेक्टर मृणाल मीना ने गुरुवार को भी राजस्व महाभियान अंतर्गत नक्शा तरमीम और इकेवायसी के कार्यो की समीक्षा की। बुधवार को गए कार्य में अब अच्छी प्रगति हुई है। बुधवार को किये गए कार्य से 7831 नक्शा तरमीम और 18053 इकेवायसी का कार्य हुआ है। जो पहले 3 से 4 हजार व 6 हजार पर था। अब वो प्रगति पर आया है। कलेक्टर ने वारासिवनी, खैरलांजी और लालबर्रा की प्रगति के सम्बंध में कार्य सुधारने की हिदायत दी है। साथ ही सभी तहसीलदारों से कहा कि प्लान अपनाने की जरूरत है। जब तक इस कि व्यवस्थित रूपरेखा तैयार कर अमल में नहीं लाएंगे प्रगति सम्भव नहीं है। कलेक्‍टर ने हल्‍कावार पटवारियों के पास लंबित कार्य की भी जानकारी ली। पटवारी निलेश चौरे के पास 3601 नक्‍शे लंबित है जिसमें उनके द्वारा केवल 76 नक्‍शों पर कार्य किया गया। इसी तरह टीना सिंह ठाकरे के पास 2592 का टेटा है और उनके द्वारा 46 की प्रगति की गई। इसके अलावा कलेक्टर श्री मीना ने अब इकेवायसी करने के लिए सभी जनपदों के सीईओ को भी निर्देशित किया गया है। इस कार्य में अब सचिव जीआरएस अलर नए पटवारी भी जुटेंगे।

(Udaipur Kiran) तोमर

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