फिरोजाबाद, 9 जनवरी (Udaipur Kiran) । ग्राम पंचायत के हर गांव में एक पुस्तकालय अवश्य होना चाहिए। यह पुस्तकालय बच्चों को प्रतिस्पर्धी, ज्ञानवर्धक बनाएंगे। इस कार्य में वीडीओ सक्रियता दिखाएं और अपने यहां निर्माणाधीन पुस्तकालय को पूर्ण कराऐं।
यह निर्देश जिलाधिकारी रमेश रंजन ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में ग्राम विकास से संबंधित मनरेगा के तहत हुए कार्यों की समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने सर्वप्रथम मनरेगा के तहत मनरेगा पार्क के कार्यों की समीक्षा की। उनको अवगत कराया गया कि 124 चयनित पार्कों में से 27 पूर्ण हो चुके हैं और शेष निर्माणाधीन है, जिलाधिकारी ने कहा कि यह पार्क मानक के अनुरूप होना चाहिए, उन्होंने फील्ड विजिट न करने पर डीसी मनरेगा पर अत्यंत नाराजगी व्यक्त की।
इसी प्रकार मनरेगा के तहत ग्राम पंचायतों में बन रहे पुस्तकालय की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इन पुस्तकालय से बच्चों का मानसिक विकास होगा, उन्होंने कहा कि हर ग्राम पंचायत के हर गांव में एक पुस्तकालय अवश्य होनी चाहिए, जो बच्चों को प्रतिस्पर्धी व ज्ञानवर्धक बनाएगी, इस कार्य में वीडीओ सक्रियता दिखाएं और अपने यहां निर्माणाधीन पुस्तकालय को पूर्ण कराऐं, यहां पर किताबों की उपलब्धता हों, इंग्लिश और हिंदी समाचार पत्र की उपलब्धता हो, विद्युत की व्यवस्था ठीक हो, अगर बिजली चली जाए तो इनवर्टर की वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए।
जिलाधिकारी को अवगत कराया गया की 175 पुस्तकालय अभी तक पूर्ण कराए जा चुके हैं, परंतु जिलाधिकारी ने कहा कि हर ग्राम पंचायत में पुस्तकालय होना चाहिए। उचित दर राशन की दुकान की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि राशन की दुकान पंचायत भवन के पास ही होनी चाहिए।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य, डीडीओ, डीसी मनरेगा सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।
(Udaipur Kiran) / कौशल राठौड़