नई टिहरी, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । जनपद के जौनपुर ब्लॉक के अधिकांश इंटर कॉलेजों में स्थाई प्रधानाचार्य नहीं होने से स्कूल प्रबंधन और पठन-पाठन कार्य प्रभावित हो रहा है। यहां के स्कूल प्रभारी प्रधानाचार्यों के भरोसे संचालित हो रहे हैं। ब्लाक का आलम यह है कि ब्लॉक में बीईओ का पद भी व्यवस्था के भरोसे चल रहा है।
ब्लॉक मुख्यालय का अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज थत्यूड़ में बीते एक वर्ष से स्थाई प्रधानाचार्य नहीं है। यही हाल जीआईसी बंगशील का भी है, जहां पर आठ साल से स्थाई प्रधानाचार्य नहीं है। इस तरह जीआईसी भवान, जीआईसी काटल, जीआईसी क्यारी में भी लंबे समय से संस्थाध्यक्ष का पद रिक्त चल रहा है। जीआईसी रौतू की बेली में भी स्थाई प्रधानाचार्य नहीं होने के कारण पठन-पाठन में समस्या आ रही है।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य अमेंद्र बिष्ट, अखिलेश उनियाल, नागरिक मंच के अध्यक्ष केआर भट्ट आदि का कहना है कि सरकार को चाहिए कि स्कूलों की दशा सुधारने के लिए जल्द स्थाई प्रधानाचार्य तैनात करें, क्योंकि प्रभारी प्रधानाचार्यों के साथ कक्षा में पठन-पाठन की भी जिम्मेदारी होती है। जिससे उन्हें भी कठिनाईयां उठानी पड़ रही हैं।
मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल का कहना है कि पूरे जिले के इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्य की कमी बनी हुई है। प्रधानाचार्य के पद लोक सेवा आयोग के द्वारा सीधी भर्ती द्वारा भरे जाने का सरकार ने निर्णय लिया है। साथ ही शासन स्तर से विभागीय पदोन्नति से भी कुछ पद भरे जाने हैं। उम्मीद है कि इस ओर जल्द सकारात्मक कार्यवाही होगी।
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(Udaipur Kiran) / प्रदीप डबराल / वीरेन्द्र सिंह