
मुरादाबाद, 06 मार्च (Udaipur Kiran) । भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी द्वारा रोजा न रखने को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी द्वारा की गई टिप्पणी पर शमी के बचपन के कोच मुरादाबाद निवासी बदरुद्दीन सिद्दीकी ने गुरुवार को कहा कि मोहम्मद शमी का कोई दोष नहीं है। पूरा देश उनके साथ खड़ा है। देश से बढ़कर कुछ नहीं है।
चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को धूल चटा दी थी। लेकिन जीत के जश्न के बीच मोहम्मद शमी का एनर्जी ड्रिंक पीते हुए एक वीडियो वायरल हुआ। जिस पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बरेली निवासी मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने बयान जारी करके कहा कि इस्लाम ने रोजे को फर्ज करार दिया है। अगर कोई शख्स जानबूझकर रोजा नहीं रखता है तो वह निहायती गुनहगार है। मोहम्मद शमी ने रोजा नहीं रखा जबकि रोजा रखना उनका वाजिब फर्ज है। रोजा न रखकर शमी ने बहुत बड़ा गुनाह किया है, शरीयत की नजर में वो मुजरिम हैं। मौलाना ने आगे कहा कि मोहम्मद शमी को हरगिज ऐसा नहीं करना चाहिए। मैं उनको हिदायत और नसीहत देता हूं कि इस्लाम के जो नियम हैं उनपर वो अमल करें। क्रिकेट, खेलकूद भी करें, सारे काम अंजाम दें, मगर अल्लाह ने जो जिम्मेदारी बंदे को दी है, उनको भी निभाएं। शमी को ये सब समझना चाहिए. शमी अपने गुनाहों के लिए अल्लाह से माफी मांगें।
मूल रूप से अमरोहा निवासी भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने अमरोहा और मुरादाबाद की पिचों पर क्रिकेट की बारीकियां सीखी है। बचपन में शमी के कोच रहे वरिष्ठ क्रिकेटर बदरुद्दीन सिद्दीकी ने मौलाना शहाबुद्दीन रजवी द्वारा शमी द्वारा रोजा न रखे जाने को की गई टिप्पणी को अभद्र ठहराया है। किसी भी खिलाड़ी के लिए पहले देश होता है बाकी चीज बाद में होती हैं। देश की करोड़ों जनता को देश के खिलाड़ियों से उम्मीद होती हैं कि वह कुछ ऐसा करें जिससे देश का नाम दुनिया भर में रोशन हो।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
