कानपुर, 11 जनवरी (Udaipur Kiran) । वर्तमान समय मे ड्रोन का इस्तेमाल केवल मनोरंजन के लिए ही नहीं बल्कि किसानी से लेकर कई हाईटेक कामों के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा है। एक समय था जब बहुत ही कम लोग ड्रोन के विषय मे जानते थे लेकिन आज के समय मे ऐसा नहीं है। जैसे-जैसे देश आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है वैसे-वैसे हम भी एडवांस जो रहे है। कई देशों में तो ड्रोन के जरिये लोगों को रोजगार भी मिला है। ये बातें शनिवार को सीएसजेएमयू में आयोजित कार्यशाला में ड्रोन पायलट आदित्य कुशवाहा ने कही।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के हेलीपैड ग्राउंड में शनिवार को एनसीसी इकाई के तहत ड्रोन कार्यशाला का आयाेजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों और एनसीसी कैडेट्स को ड्रोन तकनीक और उससे जुड़े करियर विकल्पों के प्रति जागरूक करना था। कानपुर एयरोमॉडलिंग क्लब के ड्रोन पायलट आदित्य कुशवाहा ने बताया कि ड्रोन के कई प्रकार होते हैं और यह तकनीक कृषि, निगरानी, वीडियोग्राफी, डिलीवरी और रक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उपयोगी है। साथ ही उन्होंने ड्रोन पायलट लाइसेंस लेने और इससे जुड़े रोजगार अवसरों के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को ड्रोन बनाने और उड़ाने की प्रक्रिया समझाई गई। एनसीसी कैडेट्स को ड्रोन उड़ाने का व्यावहारिक अनुभव भी दिया गया। ताकि छात्र इन तकनीकी पहलुओं को बेहतर तरीके से समझ सके।
कार्यक्रम में एनसीसी इंचार्ज डॉ. अंकित त्रिवेदी, पीआई इंस्ट्रक्टर भानु सीनियर कैडेट्स सुखद पांडेय, मणि शुक्ला, वंदना द्विवेदी, संध्या, अनुष्का, आकृति, राजीव रंजन के साथ करीब 70 एनसीसी कैडेट्स ने हिस्सा लिया। इस कार्यशाला ने छात्रों को ड्रोन तकनीक में संभावनाओं और भविष्य के करियर विकल्पों को समझने का अवसर प्रदान किया।
—————
(Udaipur Kiran) / Rohit Kashyap