हिंदू संगठन के सदस्यों ने तस्करों को गिरफ्तार कर किया पुलिस के हवाले
रामगढ़, 2 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । किसी भी युवक या युवती की शादी तय होती है तो वे किसी अच्छी जगह घूमने का प्लान बनाते हैं। लेकिन जिंदगी भर साथ निभाना की कसम खाने वाला युवक अपनी होने वाली पत्नी के साथ प्रतिबंधित मांस की तस्करी करने लगा। इसका खुलासा तब हुआ जब बुधवार की सुबह हिंदू संगठन के सदस्यों ने एक युवक और युवती को गो मांस की तस्करी करते हुए पकड़ा।
हिंदू संगठन के सदस्यों ने उन दोनों तस्करों को रामगढ़ पुलिस के हवाले कर दिया है।
पकड़े गए लोगों में रामगढ़ शहर के न्यू कॉलोनी, दुसाध मोहल्ला निवासी सरफराज आलम पिता मो शमीमुल्लाह आलम और नई सराय बस्ती निवासी सिमरन परवीन पिता मोहम्मद आजाद शामिल हैं। इस घटना की पुष्टि करते हुए रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने बताया कि प्रतिबंधित मांस की तस्करी के मामले में युवक और युवती को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
गांधी जयंती पर थी शादी, मेन्यू में पकता प्रतिबंधित मांस
गांधी जयंती के मौके पर उजागर हुआ गो तस्करी का यह मामला काफी गंभीर हो गया है। नवरात्रि शुरू होने से ठीक 1 दिन पहले महालया के दिन इस वारदात ने जिला प्रशासन और आम नागरिकों के होश फाख्ता कर दिए हैं। पकड़े गए युवक और युवती की गाड़ी से भारी मात्रा में गौ मांस मिले हैं। पकड़े गए सरफराज आलम ने बताया कि 2 अक्टूबर को ही उसकी शादी सिमरन परवीन के साथ होने वाली थी। वे दोनों पूरे समाज के सामने निकाह पढ़ते और पार्टी के मेन्यू में प्रतिबंधित मांस पकाने वाले थे।
इरबा से लेकर आ रहे थे प्रतिबंधित मांस
रामगढ़ पुलिस के सामने सरफराज आलम ने बताया कि वह अपनी होने वाली पत्नी सिमरन परवीन के साथ मारुति 800 जेएच 01 ए 5060 से इरबा गया था। वहीं से इसने प्रतिबंधित मांस खरीदा और गाड़ी की डिक्की में डाल दिया। बुधवार की सुबह 3:00 बजे के आसपास जब वह रामगढ़ कॉलेज के पास पहुंचा तो कुछ लोगों ने उसकी गाड़ी को रोकने का इशारा किया। लेकिन वह वहां नहीं रुका और गाड़ी तेजी से आगे बढ़ा दिया। हिंदू संगठन के सदस्यों ने उसकी गाड़ी का पीछा किया और रिलायंस पेट्रोल पंप के पास ओवरटेक कर उन्हें पकड़ा।
4 साल से मारुति 800 से हो रही थी तस्करी
हिंदू संगठन के नेता दीपक मिश्रा और उनके सभी सहयोगी रामगढ़ थाना पहुंचे और प्रतिबंधित मांस की तस्करी करने वाले सरफराज आलम और सिमरन परवीन के खिलाफ आवेदन दिया है। दीपक मिश्रा ने बताया कि पकड़ी गई गाड़ी से पिछले 4 वर्षों से प्रतिबंधित मांस की तस्करी की जा रही थी। इसकी सूचना संगठन को लगातार मिल रही थी। रामगढ़ पुलिस प्रशासन को भी इसके बारे में बताया जा रहा था। जब पहल नहीं हुई तो मंगलवार की रात से ही संगठन के सदस्यों ने उस गाड़ी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जैसे ही उन्हें सूचना मिली, उन लोगों ने सरफराज और उसकी सहयोगी सिमरन को पकड़ा।
जब पार्टी में है प्रतिबंधित मांस का मेन्यू, तो कितना बड़ा होगा कारोबार
दीपक मिश्रा ने बताया कि रामगढ़ जिले में प्रतिबंधित मांस की तस्करी को लेकर पहले भी बड़ी वारदात हो चुकी है,बजिसका दंश आज भी संगठन के कई सदस्य झेल रहे हैं। झारखंड में प्रतिबंधित मांस को लेकर कड़े कानून बनाए गए हैं, लेकिन उसका अनुपालन नहीं हो रहा।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश