बलरामपुर/रायपुर, 13 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।जिला मुख्यालय में हुए 24 अक्टूबर को पुलिस हिरासत में गुरु चंद मंडल की मौत के बाद उपजे तनाव का उसकी पत्नी के हत्या के आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पटाक्षेप हो गया है।पुलिस ने सारे मामले का खुलासा कर दिया है।आज झारखंड की गढ़वा पुलिस बलरामपुर पहुंची और रीना गिरी हत्याकांड में ससुर शांति मंडल, रिश्तेदार रमेश मंडल, ललिता मंडल एवं सहयोगी बीरा लकड़ा चारों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
उल्लेखनीय है कि पुलिस कस्टडी में गुरु चंद मंडल की मौत के बाद पूरे जिले में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई थी।गुरु चंद मंडल की मौत के बाद झारखंड राज्य के गढ़वा थाना अंतर्गत मृतक गुरु चंद मंडल की पत्नी रीना मंडल गिरी का शव कोयल नदी के किनारे 30 अक्टूबर 2024 को मिलने के बाद घटना में एक नया मोड़ आ गया था । झारखंड पुलिस ने शव का शिनाख्त रीना गिरी के भाई बदला गिरी से कराया और उसकी पहचान भी रीना गिरी के रूप में ही की गई। मामला दर्ज कर गढ़वा पुलिस ने पूरे घटनाक्रम में बारीकी से जांच की।पूरे मामले में गढ़वा पुलिस ने बताया कि रीना मंडल की हत्या के लिए ससुर व पति ने 30 हजार रुपये की फिरौती दी थी। रिश्तेदार रमेश मंडल व उसकी पत्नी ललिता मंडल ने झारखंड पुलिस को बताया कि 30 हजार रुपये में वारदात को अंजाम देने के लिए डील हुई थी।उन्नीस सितंबर को 18 हजार रुपये उन्हें प्राप्त हो गए थे।इसके बाद रमेश मंडल अपने दोस्त वीरू को फोन करके गाड़ी में रीना मंडल को बैठाकर झारखंड के गढ़वा स्थित कोयल नदी पर ले गया और हाथ पैर बांधकर नीचे फेंक दिया। उसका मोबाइल भी नदी में ही फेंक दिया था. इसके बाद लगभग 9:30 बजे वह बलरामपुर वापस भी आ गए थे।आने के बाद बचे हुए पैसे भी रमेश मंडल को प्राप्त हो गए थे।
बलरामपुर पुलिस ने जानकारी दी कि पुलिस को गुमराह करने ससुराल पक्ष ने दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।पुलिस को पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि जैसे ही रीना गिरी का अपहरण कर उसे झारखंड ले जाया गया तो प्लानिंग के तहत पति गुरुचंद मंडल को फोन कराया गया ।जिसमें कहा गया कि मैं आपसे बहुत दूर जा रही हूं, मेरा चिंता मत करना, बस इतने ही बात को रिकॉर्डिंग कर लिया। इस रिकॉडिंग को 30 सितंबर की सुबह पति गुरु चरण मंडल व ससुर शांति मंडल ने कोतवाली पुलिस में रीना की गुमशुदगी की रिपोर्ट के दौरान पेश किया गया।उक्त रिकॉर्डिंग को रीना गिरी के भाई-बहन व माता-पिता को भी भेज दिया गया था।ताकि बलरामपुर पुलिस और ससुराल पक्ष को भी गुमराह किया जा सके।
बलरामपुर पुलिस ने जनता और राजनीतिक दलों के हंगामे से पहले ही जांच पूरी कर ली थी।आरोपितों की भी पहचान कर ली थी। इसी बीच पति गुरु चंद मंडल को जब इसकी जानकारी लगी तो उसने खुद ही पुलिस थाने में आत्महत्या कर ली।इसके बाद पूरे जिले में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई थी। झारखंड पुलिस ने बलरामपुर पुलिस पर लगे गंभीर आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी ने बताया कि रीना गिरी हत्याकांड मामले में झारखंड के गढ़वा थाना में एक एफआईआर दर्ज किया गया था।जिसमें गढ़वा के कोयल नदी में शव बरामद की गई थी। झारखंड पुलिस लगातार विवेचना कर रही थी। आज झारखंड की गढ़वा पुलिस बलरामपुर आई थी और बलरामपुर पुलिस के सहयोग से आरोपितों को गिरफ्तार कर ले गई है।
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(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा