Uttar Pradesh

सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाले शिक्षक थे प्रो. पूर्णमासी राय : प्रो. वशिष्ठ द्विवेदी

प्रो. पूर्णमासी राय की पुण्यतिथि

—प्रो. पूर्णमासी राय के जीवन पर आधारित स्मारिका का विमोचन

वाराणसी,07 जनवरी (Udaipur Kiran) । हिंदी विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय एवं प्रो. पूर्णमासी राय स्मृति न्यास काशी के संयुक्त बैनर तले आचार्य रामचंद्र शुक्ल सभागार में प्रो. पूर्णमासी राय की तीसरी पुण्यतिथि मनाई गई। श्रद्धांजलि सभा में प्रो. पूर्णमासी राय के जीवन पर आधारित एक स्मारिका का लोकार्पण भी किया गया।

सभा की अध्यक्षता करते हुए बीएचयू हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. वशिष्ठ द्विवेदी ने प्रो.राय को स्मरण कर कहा कि वे सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने वाले शिक्षक थे। प्रो. अवधेश प्रधान ने कहा कि प्रो. पूर्णमासी राय जब किसी से मिलते तो उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित करते थे। प्रो. हरिकेश सिंह ने कहा कि प्रो. राय सिर्फ एक शिक्षक ही नहीं अपितु सच्चे आचार्य थे। अन्य वक्ताओं ने कहा कि जिस प्रकार प्रो. राय ने अपने अध्यापकीय एवं पारिवारिक कर्त्तव्यबोध का पालन किया, उसे समझने पर यह लगता है कि पूर्णमासी नाम उनके व्यक्तित्व के अनुरूप ही था। सबसे बड़ी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि अध्यापक एवं छात्र मिलकर तालमेल का वातावरण बनाएं एवं कुटुंब के दायित्व का पालन करें। सभा कवियों ने भी अपनी रचनाओं के जरिए श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस अवसर पर कवि नागेश शांडिल्य ने पढ़ाई बनाम लड़ाई कविता का पाठ भी किया। इसके पहले स्वागत भाषण डॉ. हरेंद्र कुमार राय ने किया। संचालन डॉ. धीरेंद्र राय ने किया एवं जयतु विश्वविद्यालय काशी गीत की प्रस्तुति भी की। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. अशोक कुमार ज्योति ने किया। डॉ. ज्योति ने बताया कि उस दौर में प्रो. पूर्णमासी राय का नाम पटना के सभी साहित्यकार बड़ी सम्मान के साथ लिया करते थे।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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