West Bengal

चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारी के निलंबन ने बंगाल में चुनावी धांधली को लेकर भाजपा के रुख को सही साबित किया : अमित मालवीय

पश्चिम बंगाल के सह-पर्यवेक्षक अमित मालवीय

कोलकाता, 17 मई (Udaipur Kiran) ।पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रक्रिया से जुड़े एक अधिकारी के निलंबन को लेकर भाजपा ने बड़ा बयान दिया है। पार्टी के आईटी सेल प्रमुख एवं बंगाल के केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने शनिवार को कहा कि यह कार्रवाई राज्य में चुनावी धांधली के भाजपा के आरोपों को सही साबित करती है।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने असिस्टेंट सिस्टम मैनेजर अरुण गोराई को निलंबित कर दिया है, जिन पर एक खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) और सहायक चुनाव रिटर्निंग अधिकारी (एईआरओ) के लॉगिन में अपना मोबाइल नंबर जोड़ने का आरोप है।

इस संबंध में मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, पश्चिम बंगाल में एक दोहरी चुनावी धांधली चल रही है। एक तरफ मुर्शिदाबाद और बेलडांगा जैसे इलाकों में इस्लामी आतंकवादी संगठनों से जुड़े लोगों को कई मतदाता पहचान पत्र दिए जा रहे हैं, जिससे वे विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कर सकें। दूसरी ओर, नदिया, कालिगंज और हावड़ा जैसे क्षेत्रों में वैध हिंदू मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए जा रहे हैं।

मालवीय ने यह भी कहा कि निलंबित अधिकारी ने निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी की लॉगिन जानकारी का उपयोग कर मतदाता सूची में मनमानी तरीके से नाम जोड़ने और हटाने का काम किया। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए बताया कि एक मतदाता पायल भाटिया के पिता का नाम राहुल बनिक दर्ज है, लेकिन मतदाता सूची में राहुल बनिक को महिला के रूप में दिखाया गया है, जिससे गंभीर अनियमितता का पता चलता है।

उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने एक निजी संस्था को नियुक्त कर अपने वफादार लोगों को प्रशासनिक पदों पर बैठाया, जो बाद में मतगणना में धांधली सहित कई अवैध कार्यों में शामिल रहे।

मालवीय ने दावा किया कि 2021 के विधानसभा चुनावों के दौरान मतदाता सूची से नामों को मनमाने ढंग से हटाने और गलत परिणाम घोषित करने की घटनाएं सामने आई थीं। इनमें से कई लोगों को राज्य सरकार की ओर से अवैध तरीके से नौकरियां दी गई थीं। भाजपा 2026 के चुनाव से पहले ऐसे तंत्र को पूरी तरह साफ कर पारदर्शी प्रशासन स्थापित करने का संकल्प लेती है।

इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने भी निलंबन का स्वागत किया और कहा कि यह प्रकरण तृणमूल कांग्रेस और चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों की चौंकाने वाली मिलीभगत को उजागर करता है।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

Most Popular

To Top