सोनीपत, 6 नवंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा
राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य मीना शर्मा व मांगे राम ने बुधवार को शेल्टर हॉम तथा
दिव्यांग सेवा समिति गोहाना का निरीक्षण करते हुए शेल्टर हॉम में बच्चों और दिव्यांग
सेवा समिति में दिव्यागों को मिलने वाली पेयजल, खाने-पीने आदि मूलभूत सुविधाओं की जांच
की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये संस्थाएं बच्चों के लिए कार्य कर रही है। यहां पर
बेसहारा बच्चों को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के साथ-साथ अच्छी शिक्षा ग्रहण करने
की सुविधा दी जाती है ताकि ये यहां रहने वाले बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर अपने जीवन
में सफल हो सके।
उन्होंने
कहा कि ये संस्थाएं बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने में अहम योगदान प्रदान कर रही है। स्कूल
में पढऩे वाले बच्चों से कुछ प्रश्न पूछे, जिनका बच्चों ने सकारात्मक उत्तर दिया। दिव्यांग
सेवा समिति का उद्देश्य दिव्यांग जनों की आवाज को सरकार तक पहुंचाना। यह संस्था दिव्यांगजनों
को रोजगार के अवसर, शिक्षा ग्रहण करने के अवसर तथा उनकी स्वास्थ्य देखभाल के लिए कार्य
करती है। आयोग
के सदस्यों ने संस्था के सभी सदस्यों को अलग-अलग तरीके से उनके कार्यों के बारे में
सुझाव दिए कि वे किस प्रकार बच्चों और दिव्यांगों की देखभाल के लिए और अच्छा कार्य
कर सकते हैं। इस दौरान उन्होंने काउंसलिंग व आईसीपी के बारे में भी विस्तार से बताया।
इस दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी रितु गिल, बाल समिति के सदस्य तथा अन्य सदस्य मौजूद
रहे।
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(Udaipur Kiran) परवाना