—राज्यपाल तीन महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालयों के संयुक्त दीक्षांत समारोह में शामिल हुई
—प्रीति, सिफत परवीन और वैशाली को महारानी जयंती कुँवर स्मृति स्वर्ण पदक दिया गया
वाराणसी,18 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने बुधवार को कहा कि संपन्न समाज की कल्पना में शिक्षित और संस्कारिक महिला की भूमिका प्रमुख होती हैं, उन्हीं से स्वतंत्रता और मानवता प्रभावित होती है।
राज्यपाल तीन महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालयों के संयुक्त दीक्षांत समारोह को सम्बोधित कर रही थी। महाराज काशीराज धर्मकार्य निधि के महारानी गुलाब कुँवरि महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पिंडरा व महारानी बनारस महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रामनगर तथा महाराज बलवंत सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गंगापुर के संयुक्त दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली तीन छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किया। तीनों छात्राओं प्रीति, सिफत परवीन और वैशाली को महारानी जयंती कुँवर स्मृति स्वर्ण पदक दिया गया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने कहा कि विद्यार्थियों को मेरिट और टैलेंट के आधार पर सरकारी नौकरी मिल सकती है। जिन छात्रों को सरकारी नौकरी न मिले वह अपने कौशल और तकनीकी के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ लेते हुए व्यवसाय कर सकते हैं। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को शिक्षित होने की आवश्यकता पर बल दिया ।और नारी के शिक्षित होने में तीनों महाविद्यालय के कार्यों की सराहना की। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कर्नाटक संस्कृत विश्वविद्यालय बैंगलुरु के कुलपति प्रो. एस. अहिल्या ने कहा कि शिक्षा से विद्या और विद्या से उन्नति ही मानव जीवन का उद्देश्य है। शिक्षा व्यक्तित्व निर्माण के लिए महत्वपूर्ण अंग है । संपन्न समाज की कल्पना में शिक्षित और संस्कारिक महिला की भूमिका प्रमुख होती है। उन्होंने कहा कि भारत आदर्श महिलाओं का देश है। प्राचीन काल की गार्गी या मैत्रेयी हों या आज वर्तमान काल की मंगलयान के सफल उड़ान में भाग लेने वाली महिला वैज्ञानिक हो, अथवा भारत की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु हो।
मुख्य अतिथि ने भारतीय ज्ञान प्रणाली, ऋणत्रय, भारतीय संस्कृति धर्म योग का उल्लेख किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने छात्राओं का जमकर उत्साह बढ़ाया। प्रो. त्यागी ने शिक्षा के बाद रोजगार के लिए प्रयास करने के लिए छात्राओं को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आप अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए योजना बनाएं और इस योजना के अनुसार आसानी से लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। दीक्षांत समारोह की शुरूआत शैक्षणिक शिष्टयात्रा,राष्ट्रगान और मंगलाचरण से हुई। मंगलाचरण के उपरांत महाराज काशीराज धर्मकार्य निधि के अध्यक्ष और पूर्व काशी नरेश के वंशज डॉ अनन्त नारायण सिंह ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत उद्बोधन दिया।
इसके बाद तीनों महाविद्यालयों के स्नातक व स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्तकर्ता छात्राओं को प्रस्तुत करने के लिए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की कुलसचिव डॉ० सुनीता पांडेय ने तीनों प्राचार्यों को आहूत किया।
प्राचार्यों ने अपने-अपने महाविद्यालय के समस्त उपाधिधारकों को उपस्थापित किया। समारोह में कुल 160 छात्र/छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई । जिसमें महारानी गुलाब कुँवरि महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की 40 छात्राओं,महारानी बनारस महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की कुल 60 छात्राओं,महाराज बलवन्त सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय गंगापुर के कुल 60 छात्र/छात्राओं को उपाधि दी गई।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी