Uttrakhand

भेल में जर्जर पेड़ों का खतरा बरकरार, तेज हवा में गिरा सूखा पेड़, बड़ा हादसा टला

घर के बाहर गिरा हुआ पेड़

हरिद्वार, 16 मार्च (Udaipur Kiran) । भेल क्षेत्र में जर्जर और सूखे पेड़ों के गिरने का सिलसिला जारी है। रविवार सुबह तेज हवा के कारण ईटी हॉस्टल के मकान पर एक सूखा पेड़ भरभरा कर गिर पड़ा, लेकिन सौभाग्यवश बाहर खेल रहे बच्चे बाल-बाल बच गए।

गौर तलब है कि एक माह पूर्व मध्य मार्ग पर पेड़ गिरने से एक युवती की मृत्यु हो गई थी तथा उसकी बहन घायल हो गई थी। उसके बाद भेल प्रबंधन की कुंभकरणी नींद खुली और उन्होंने मध्य मार्ग पर 200 जर्जर पेड़ काट डाले। इसी बीच सीएफएफपी गेट के पास एक यूकेलिप्टस का पेड़ पुनः गिर गया। गनीमत रही कि उससे कोई जनहानि नहीं हुई थी, लेकिन घंटों रास्ता अवरुद्ध रहा।

इतना ही नहीं भेल के मध्य मार्ग पर आज भी जर्जर पेड़ खड़े हैं, जो कि हादसे का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच सुबह 10 बजे के लगभग तेज हवाएं चलने से ईटी हॉस्टल के मकान के पास एक सूखा पेड़ भर भरा कर गिर गया। गनीमत रही कि बच्चे बाल-बाल बच गए।

भेल कारखाने में कार्यरत इंजीनियर रंजीत ने बताया कि उनके घर के करीब एक सूखा पेड़ वर्षों से खड़ा है, जिसकी शिकायत संपदा विभाग में 20 दिन पूर्व मेल द्वारा की गई थी कि उसको तुरंत हटाया जाए, लेकिन संपदा विभाग की लापरवाही के चलते आज सुबह तेज हवा के चलते पेड़ गिर गया।

भेल में अनेकों जगह ऐसे सूखे पेड़ खड़े हैं जो कि हादसों को दावत दे रहे हैं। सेक्टर 1 मार्केट मंदिर के पास वर्षों से एक पेड़ सुरेश गर्ग की दुकान के ऊपर आधा झुका पड़ा है। जो हादसे को दावत देने को तैयार है, जिसकी शिकायत संपदा विभाग में 6 माह पूर्व मे की गई थी, लेकिन शिकायत पर आज तक गौर नहीं किया गया, जो कभी भी दुकान पर गिर सकता है और बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन संपदा विभाग हादसे का इंतजार कर रहा है।

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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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