Madhya Pradesh

जल, जंगल और जमीन का अधिकार जनजातीय समाज का है मूल अधिकार : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

जनजातीय गौरव दिवस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

– मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनजातीय गौरव दिवस पर आयोजित समारोह को किया संबोधित

भोपाल, 15 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जल, जंगल और जमीन का अधिकार जनजातीय समाज का मूल अधिकार है। इसे अंग्रेज उनसे छीनना चाहते थे। भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के अत्याचार, अनाचार के खिलाफ जनजातीय समाज को खड़ा किया और अंग्रेजों के खिलाफ दो स्तरों पर लड़ाई लड़ी। एक ओर उन्होंने जनजातीय समाज के मूल अधिकार की रक्षा की और दूसरी ओर ईसाई मिशनरियों द्वारा हमारे धर्म के साथ छेड़छाड़ कर हमारे जनजातीय भाइयों को ईसाई बनाने के कुत्सित प्रयासों को ध्वस्त किया। आज हम भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें हृदय से स्मरण और नमन करते हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को जनजातीय गौरव दिवस पर शहडोल में राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश के छिन्दवाड़ा के बादल भोई जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय एवं जबलपुर के राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह स्वंतत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय का वर्चुअली लोकापर्ण किया। मुख्‍यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास को देश के समक्ष लाने का अभियान चलाया है। उन्होंने प्रतिवर्ष देश भर में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय मध्य प्रदेश में ही लिया। आज पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा जयंती मनाई जा रही है। भगवान बिरसा मुंडा का जीवन हम सबके लिए मार्गदर्शक है।

डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में जनजाति गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहे हैं। आज महान जनजाति नायक बादल भोई और शंकर शाह रघुनाथ शाह के संग्रहालय का लोकार्पण किया गया है। टंट्या मामा भील मालवा क्षेत्र के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। प्रदेश में खरगोन के नए विश्वविद्यालय का नाम क्रांतिवीर टंट्या मामा विश्वविद्यालय रखा जा रहा है। महू के पास रेलवे स्टेशन का नामकरण भी उनके नाम पर किया गया है। प्रदेश में कोदो, कुटकी को प्रोत्साहित करने के लिए रानी दुर्गावती योजना चलाई जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज आज भी हमारी संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखे है। भगवान श्रीराम के रावण के विरुद्ध संघर्ष में जनजातीय समाज ने सहयोग किया। भगवान श्रीकृष्ण मोर पंख धारण करते थे, जनजातीय समाज भी मोर पंख धारण करता है। भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण एवं बिरसा मुंडा को याद करने से हमें अपनी संस्कृति की जड़ों से जुड़ने का मौका मिलता है। आज जनजातीय समाज के लोगों ने मुझे जो वीरन माला पहनाई है, यह कोई सामान्य माला नहीं है, इसका विशेष महत्व है।

उन्‍होंने कहा कि जनजाति समाज के विकास और कल्याण के कार्यों में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। नदी जोड़ो अभियान का लाभ पूरे देश को मिलेगा। बाणसागर परियोजना का पानी अब शहडोल जिले को भी मिलेगा। शहडोल में स्थाई हेलीपैड बनाया जाएगा। सरकारी सुविधाओं का लाभ हर व्यक्ति को मिलेगा। सरकार ने निर्णय लिया है कि यदि दुर्घटना में कोई भी व्यक्ति घायल होता है और पास में हवाई पट्टी है तो उसे उपचार के लिए हवाई मार्ग से अस्पताल ले जाया जाएगा।

समारोह को राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री एवं शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल, सीधी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा, अध्यक्ष कोल विकास प्राधिकरण रामलाल रोतेल सहित जन-प्रतिनिधि मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत

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