नाहन, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । संस्कृति किसी देश की समृद्धि की सूचक मानी जाती है। हिमाचल को देव भूमि के रूप में जाना जाता है और यहां विविध प्रकार की संस्कृति देखने को मिलती है। सिरमौर जिला में आज भी प्राचीन संस्कृति को नाटी, गायन से संजोय रखा गया है और इसी के प्रदर्शन को श्री रेणुकाजी मेले में एक महा नाटी का आयोजन किया गया जोकि पद्मश्री विद्यानंद सरेक की अगुआई में आयोजित किया गया। जिला प्रशासन ने भाषा कला विभाग से सौजन्य से इसका आयोजन किया और लोगो ने एक साथ मिलकर विभिन्न नृतियों का नाटी के माध्यम से पेश किया।
पदम् श्री विद्यानंद सरेक में मीडिया से बात करत हुए बतायाकि संस्कृति ही देश को संजोय रख सकती है और इसके सरंक्षण पर बल दिए जाने की जरूरत है। इस अवसर पर जिला के अनेक सांस्कृतिक दलों ने महा नाटी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर