हकृवि में इंडक्शन ट्रेनिंग कोर्स का शुभारंभ
हिसार, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा है कि शिक्षण संस्थानों की प्रतिष्ठा फेकल्टी की योग्यता और कौशल पर निर्भर करती है। किसी भी शिक्षण संस्थान को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिलाने में फैकल्टी का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
प्रो. बीआर कम्बोज गुरुवार को मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय की ओर से एक माह का इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर संबोधन दे रहे थे। इस इंडक्शन ट्रेनिंग कोर्स में एचएयू, कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, बावल व कृषि विज्ञान केन्द्रों के नवनियुक्त फैकल्टी सदस्य भाग ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि हम एकाग्रता व कड़ी मेहनत से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे तो निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। फेकल्टी सदस्यों को समय -समय पर अपने विषय से संबंधित जानकारी को अपडेट करते रहने के लिए उन्होंने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। नवनियुक्त शिक्षकों के लिए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एक बड़ा प्लेटफार्म है जहां आयोजित होने वाली ट्रेनिंग कोर्स में हर प्रतिभागी को आत्मविश्वास, एकाग्रता, कड़ी मेहनत व लीडरशिप के गुण पैदा करने चाहिए जिससे कि सर्वांगीण विकास के साथ अपनी जिंदगी में आगे बढ़ सके। उन्होंने प्रतिभागियों से अपील करते हुए कहा कि वे ईमानदारी व कर्तव्य निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें। मानव संसाधन किसी भी संस्थान की रीड होता है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त करने से प्रतिभागियों में आत्मविश्वास और मनोबल कि बढ़ोतरी होगी।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के एडीजी (ईक्यूएआर) डॉ. अजीत सिंह यादव ने नई शिक्षा नीति पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। दुनिया तेजी से बदल रही है। हम शिक्षा क्षेत्र में नई प्रगति और नवाचारों से घिरे हुए हैं। शिक्षा को आनंददायक, अनुभवात्मक और सहज अनुभव बनाने के लिए नई तकनीक को अपनाना और खुद को उन्नत करना समय की मांग है। मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक व कोर्स निर्देशक डॉ रमेश यादव ने कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हे पूरी निष्ठा एवं लगन के साथ अपना कार्य करना चाहिए। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. रेणु मुंजाल कोर्स संयोजिका व डॉ. अनुराग कोर्स सह संयोजक हैं। मंच का संचालन आईपीआर सेल के प्रभारी डॉ. योगेश जिंदल ने किया। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, अधिकारी, शिक्षक , गैर शिक्षक, एवं प्रतिभागी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर