
उज्जैन, 11 जून (Udaipur Kiran) । विक्रम विवि में जो हो वह कम नहीं वाली बात बरसो से जारी है। फिर ऐसा हो गया है। एक छात्र का नकल प्रकरण बना लेकिन गोपनीय विभाग ने परीक्षा परिणाम जारी कर दिया और पूछने पर कहा गया कि हमारे पास ऐसा कोई प्रतिवेदन नहीं आया कि संबंधित छात्र का नकल प्रकरण बनाया गया था?
कुलगुरू प्रो.अर्पण भारद्धाज के पास शिकायत पहुंची कि 21 फरवरी,25 को सुमन मानविकी भवन स्थित परीक्षा केंद्र पर बीएएलएलबी के सातवें सेमेस्टर की लॉ ऑफ कांटेक्ट विषय की परीक्षा में एक निजी महाविद्यालय के छात्र/परीक्षार्थी का नकल प्रकरण बनाया गया था। मौके पर यह आरोप भी लगे थे कि परीक्षार्थी ने वीक्षक के साथ अभद्रता भी की थी। उस समय केंद्राध्यक्ष ने उसका नकल प्रकरण बनाकर उसकी उत्तर पुस्तिका को सील कर दिया था। बावजूद इसके संबंधित का परीक्षा परिणाम घोषित हो गया है और वह अगले सेमेस्टर के लिए पात्र हो गया है।
इसे लेकर प्रो. भारद्धाज ने कहाकि उन्होने शिकायत के आधारपर जांच बैठा दी है। जांच रिपोर्ट आने पर स्पष्ट होगा कि मामला क्या है? इधर इस संबंध में गोपनीय विभाग का कहना है कि अप्रेल माह में जो परीक्षा परिणाम जारी हुआ,उसमें संबंधित परीक्षार्थी का परिणाम भी घोषित किया गया क्योंकि उसका नकल प्रकरण बनने संबंधी कोई जानकारी विभाग को नहीं मिली।
(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
