
जींद, 4 अप्रैल (Udaipur Kiran) । नागरिक अस्पताल में नवनियुक्त चिकित्कसों को कर्तव्यनिष्ठा व कार्य को लेकर सीनियर स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन शुक्रवार को किया गया। बैठक की अध्यक्षता डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला, एसएमओ डा. अरविंद, आरएमओ डा. कर्मबीर ने की। बैठक में नवनियुक्त चिकित्सकों को अस्पताल की कार्यप्रणाली से अवगत करवाया गया और मरीजों से आचार, व्यवहार, इमरजेंसी की महत्ता को अवगत करवाया। डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि सबसे पहले तो सभी नवनियुक्त चिकित्सक अपने नेम की स्टैम्प बनवा लें। इसके बाद आई कार्ड बनवाया जाए और हाजिरी के लिए बायोमेट्रिक रजिस्टे्रशन जरूर करवाया जाए ताकि मेडलार रजिस्ट्रेशन को पूरा किया जा सके।
डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि डयूटी के दौरान सभी चिकित्सक एप्रेन अवश्य पहनें। बाकायदा 30 अप्रैल तक सभी नवनियुक्त चिकित्सक सीनियर स्वास्थ्य कर्मियों की देखरेख में काम करेंगे और अस्पताल की व्यवस्थाओं को समझेंगे। इसके बाद एक मई से सभी चिकित्सक इंडीविजुअल काम करेंगे। डा. भोला ने कहा कि इमरजेंसी को मजबूत करने के लिए सभी चिकित्सक काम मिल कर करेंगे। इमरजेंसी में मरीज की गंभीरता को समझें और मरीज व उसके तिमारदारों के प्रति अपना आचार व व्यवहार अच्छा रखें। एसएमओ डा. अरविंद डा. अरविंद ने कहा कि सभी चिकित्सक अपनी जिम्मेवारी की गंभीरता को समझें।
चिकित्सक को भगवान का दर्जा दिया जाता है। ऐसे में अस्पताल में आने वाले हर मरीज के साथ हमारा व्यवहार अच्छा होना चाहिए। आप्रेशन वार्ड, गायनी वार्ड और इमरजेंसी वार्ड अस्पताल के सबसे अहम वार्ड होते हैं और इन्ही पर फोक्स भी है। इसलिए सभी नवनियुक्त चिकित्सकों को रोटेशन वाइज अस्पताल की व्यवस्थाओं में सहयोग करना है। डा. अरविंद ने कहा कि हमें जींद अस्पताल को प्रदेश का सबसे बैस्ट अस्पताल बनाना है। इसलिए सभी नवनियुक्त चिकित्सक ईमानदारी से और गंभीरता से काम करें।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
