रायगढ़, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । रायगढ़ जिला मुख्यालय से लगे ग्राम गोपालपुर में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिससे यह बात साफ हो जाती है कि जिसकी मौत आती है उसे कोई रोक नहीं सकता। ठीक ऐसा ही वाक्या ग्राम गोपालपुर के रहने वाले हरिशंकर के साथ हुआ। उसे साेमवार सुबह पुलिस ने गांव के ही एक पेड़ पर फांसी लगाने के दौरान सुरक्षित उतार लिया गया था और सलाह के बाद बकायदा हरिशंकर को घर भेजने के बाद राहत की सांस ली थी। लेकिन उसी हरिशंकर ने आज मंगलवार अलसुबह अपने ही घर में फांसी लगाकर जान दे दी।
चक्रधर नगर थाना प्रभारी प्रशांत आहेर ने इस संबंध में बताया कि साेमवार काे उन्हें सूचना मिली थी कि ग्राम गोपालपुर में रहने वाला हरिशंकर घरेलू झगडे़ के कारण अपनी पत्नी द्वारा घर छोड़ने से इतना परेशान था कि वह गांव के ही एक पेड़ पर चढ़कर बकायदा फांसी का फंदा लगाकर जान देने की कोशिश कर रहा था । इस सूचना पर पुलिस टीम वहां भेजी गई और दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बस व सीढी की मदद से हरिशंकर को पेड़ से उतारा और उसके गले में फंसे फांसी के फंदे को अलग करके वापस समझा कर घर भेजा था। लेकिन आज सुबह सूचना मिली कि हरिशंकर ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी है। थाना प्रभारी बताते हैं कि हरिशंकर की मौत से वे इसलिये हैरान है कि कल उसकी जान बचाने के बाद ऐसा लगा था कि वह समझ गया है और ऐसी हरकत दोबारा नहीं करेगा। लेकिन मानसिक रूप से परेशान हरिशंकर ने घर में ही फांसी लगाकर जान दे दी।
तीन दिन पहले पत्नी गई थी मायके
मृतक हरिशंकर सिदार के भतीजे अनिल सिदार ने बताया कि उनके चाचा खेती किसानी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते आ रहे थे और उनकी एक बेटी भी जो कि डिग्री कालेज में अध्यनरत है। तीन दिन पहले किसी बात को लेकर झगड़े के बाद हरिशंकर सिदार की पत्नी और अपनी बेटी को लेकर अपने मायके पुजेरीपाली चली गई थी। जिससे क्षुब्ध होकर हरिशंकर सिदार पेड़ में चढ गया था, जिसे पुलिस टीम ने उतारकर समझा कर रात में घर भेज दिया था।
आज सुबह मृतक के घर के बगल में निर्माणाधीन भवन में पानी डालते समय लोगों ने हरिशंकर को फांसी में लटकते देखकर गांव के ग्रामीणों के अलावा सरपंच को पूरे मामले से अवगत कराया। जिसके बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई और फिर मृतक के परिजनों को घटना से अवगत कराया। सरपंच की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये अस्पताल भेजते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
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(Udaipur Kiran) / रघुवीर प्रधान