गुवाहाटी, 25 दिसंबर (Udaipur Kiran) । रेल पटरियों को अनधिकृत रूप से पार करने से रोकने के लिए पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) सक्रिय कदम उठा रहा है। हर साल अनधिकृत प्रवेश वाले स्थानों पर रेल पटरियों को पार करने की कोशिश में कई लोगों की जान चली जाती है। सुरक्षा को और अधिक सुनिश्चित करने के अपने अभियान के तहत, पूसीरे ने पहले ही सभी मानव रहित समपार फाटकों को समाप्त कर दिया है। इसके अलावा, पूसीरे रेल पटरियों को अनधिकृत रूप से पार करने पर रोक लगाने के लिए भी प्रयास कर रहा है।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि पूसीरे ने उन संवेदनशील स्थानों को चिह्नित किया है, जहां अक्सर रन-ओवर की घटनाएं होती हैं और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए कदम उठाए हैं। पूसीरे में चिह्नित कुल 950 अनधिकृत प्रवेश स्थानों में से 809 पर पहले ही बैरिकेडिंग की जा चुकी है, जिनमें तिनसुकिया में 235, लमडिंग में 221, रंगिया में 88, अलीपुरद्वार में 171 और कटिहार में 94 स्थान शामिल हैं। पूसीरे द्वारा स्कूलों, कॉलेजों, पंचायतों आदि में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि आम जनता को अनधिकृत स्थानों पर रेल पटरी पार करने से बचने के बारे में शिक्षित कर घातक दुर्घटनाओं को रोका जा सके। 23 दिसंबर को, डिफू और दलदली के बीच वालिंगदिसा और दलदली गांव के पास एक अनधिकृत प्रवेश स्थान को रेल अधिकारियों द्वारा बंद कर दिया गया था। आरपीएफ अधिकारियों ने इंजीनियरिंग अधिकारियों के साथ ग्रामीणों से मुलाकात की और उन्हें रेलवे के कार्य में बाधा डालने और रेलवे ट्रैक पार करने के कानूनी परिणामों के बारे में बताया। आरपीएफ और विशेष आसूचना शाखा ने स्थानीय ग्रामीणों और वालिंगदासा एवं दलदली गांवों के प्रधानों से मुलाकात की और उनसे अनधिकृत प्रवेश स्थानों को बंद करने का समर्थन करने के लिए राजी किया।
उन्होंने कहा कि पूसीरे, रेल परिसर (रेलवे ट्रैक सहित) में अनधिकृत क्रॉसिंग और प्रवेश को हतोत्साहित करता है और लोगों को रेलवे सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह देता है। रेल परिसर के अनधिकृत स्थानों में प्रवेश करना दंडनीय अपराध है। आम जनता की खुशहाली और भलाई के बारे में चिंतित होने के कारण रेलवे द्वारा उक्त उपाय किए जाते हैं।
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय