
जौनपुर, 21 अप्रैल (Udaipur Kiran) । महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित फिल्म को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सेंसर बोर्ड ने इस बायोपिक पर रोक लगा दी है। इस फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है।
पार्टी का कहना है कि यह रोक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है। साथ ही यह महान समाज सुधारकों की विचारधारा को दबाने का प्रयास है। फुले दम्पति ने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जीवन भर संघर्ष किया। उन्होंने शिक्षा, नारी सशक्तिकरण और समतामूलक समाज की स्थापना के लिए काम किया। आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रपति से तीन मांगें की हैं। पहली, फिल्म पर लगी रोक तुरंत हटाई जाए। दूसरी, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और इतिहास के सही चित्रण को सुनिश्चित किया जाए। तीसरी, सरकार महापुरुषों के विचारों को जनता तक पहुंचाने में सकारात्मक भूमिका निभाए। इस विरोध में पार्टी के जिलाध्यक्ष बृजेश चौधरी, महासचिव कौशलेन्द्र प्रताप राय, उपाध्यक्ष डॉ. राम बरन प्रजापति समेत कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
