कुशीनगर, 25 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के कसया में एसडीएम की गाड़ी में ठोकर मारकर भाग रहा एक साइबर ठग को लोगों ने धर पुलिस के हवाले कर दिया। घटना में एसडीएम को चोटें आई हैं। साइबर ठग बाड़ीपुल चौराहा पर पान दुकानदार को ठगी का शिकार बना भागने के दौरान एसडीएम की गाड़ी को पीछे से ठोकर मार दिया। उसके तीन साथी फरार हो गए। पकड़े गए ठग से पुलिस पूछताछ कर शेष की तलाश कर रही है। ठग बिल्कुल नए तौर तरीकों से ठगी में माहिर है और अब तक दर्जनों लोगों को ठग चुके हैं।
कसया के बाड़ीपुल चौराहा पर मोहन चौधरी की पान की दुकान है। बुधवार को दिन के 11 बजे कार सवार चार युवक दुकान पर रुके और 120 रुपये का पान एवं गुटखा खरीदा। एक युवक ने मोबाइल के फोन पे से दुकान के बैंक खाते का बार कोड स्कैन कर पैसा भेजा और डिलीवरी का मैसेज दुकानदार को दिखाया। चाैधरी ने खाता चेक किया तो पैसा नहीं पहुंचा था। उन्होंने एतराज किया तो युवक बोले कि सामने खड़ी अर्टिगा गाड़ी में पैसा है, लाकर दे रहा हूं। फिर सभी युवक तेजी से गाड़ी में बैठ कर कसया की ओर भाग चले। दुकानदार ने मोटर साइकिल से उनका पीछा किया। कसया नवीन सब्जी मंडी के पास आकर कार सवार ठगों ने आगे चल रहे प्रशिक्षु एसडीएम व कसया के बीडीओ प्रिंस कुमार की गाड़ी में पीछे से ठोकर मार दिया। दुर्घटना में एसडीएम के कमर में चोट लगी है। दुर्घटना के कारण वाहन रुक गए। आसपास के दुकानदारों ने कार सवारों को घेर लिया। इतने में तीन युवक कार से उतर कर फरार हो गए लेकिन चालक पकड़ लिया गया। प्रशिक्षु एसडीएम ने तत्काल मौके से पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची। पकड़े गए ठग युवक एवं कार को कब्जे में लेकर थाने लाई। पकड़े गए ठग की पहचान कसया के पिपरी निवासी प्रियांशु पटेल के रूप में हुई है। पुलिस उससे पूछताछ कर पूरे गिरोह को पकड़ने में जुटी है।
एसपी संतोष कुमार मिश्र ने ठगों के पूरे गिरोह को पकड़ने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ठगी के नए तरीके से लोगों को सावधान किया है।
यह है नया ट्रेंड:
साइबर ठगों ने एक मोबाइल एप बनाया है। दुकान पर सामान लेकर ठग एप के माध्यम से मोबाइल के फोन पे से भुगतान कर रहे हैं। भुगतान के बाद डिलीवरी का मैसेज दुकानदार को दिखाकर ठगी का शिकार बना ले रहे हैं। जाे दुकानदार अपने खाते का बैलेंस चेक कर रहा है उसे तो भुगतान नहीं होने की जानकारी मिल जा रही है लेकिन जो विश्वास पर छोड़ दे रहे हैं, वे ठगी का शिकार बन जा रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / गोपाल गुप्ता