अजमेर, 23 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । अजमेर के सिविल लाइन पुलिस ने उत्तर प्रदेश निवासी भानु प्रताप सिंह को राजस्थान लोक सेवा आयोग की द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 में वीआईपी कोटे से नियुक्ति कराने के नाम पर करीब 38 लाख रुपये की अभ्यर्थियों से ठगी करने के आरोप में पकड़ लिया है।
सिविल लाइन थाना प्रभारी ने खुलासा करते हुए मीडिया को बताया कि परिवादी शिक्षक नरेन्द्र पाल सिंह कुर्डिया ने अपनी बहन सुनीता कुर्डिया की आरपीएससी के जरिए द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 2018 में नौकरी लगाने के लिए भानु प्रताप सिंह के कहने पर रकम दी थी और अन्य साथियों से भी दिलाई थी। नरेन्द्र पाल ने पुलिस को अनुसंधान में बताया कि भानु प्रताप सिंह भी पूर्व में उसकी बहन सुनीता कुर्डिया के साथ न्यू मॉडर्न स्कूल भोपों का बाड़ा में ही शिक्षक का काम करता था। भानु प्रताप सिंह ने स्वयं को आरपीएससी के अफसरों से अच्छी पहचान होने का झांसा देकर उन्हें वीआईपी कोटे में शिक्षक भर्ती कराने के सब्जबाग दिखा दिए और रकम ऐंठ ली थी। बाद में वह सभी को कोई ना कोई बहाना बनाकर टालता रहा। इस दौरान कोरोना काल आ गया जिसमें सब बंद हो गया और वह ऑनलाइन गेम खेलने की लत में लग गया। इसके चलते लोगों से ली गई रकम भी उसने जुए में उड़ा दी। पुलिस ने बताया कि परिवादी की सूचना पर पुलिस ने टीम बना कर जांच की तो आरोपित अपना मोबाइल बंद कर भूमिगत हो गया। किसी तरह प्रयास कर आरोपित को उत्तर प्रदेश से पकड़ लिया। अब उसे अदालत में पेश किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / संतोष