जयपुर, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मुरलीपुरा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक शातिर साइबर आरोपित को गिरफ्तार किया है,जो सीसीटीएनएस से एफआईआर डाउनलोड कर पुलिस अधिकारी बनकर सहयोग करने का झांसा देकर लोगों से ठगी करता था। मामला में मदद करने का झांसा देने के साथ ही डरा-धमकाकर ऑनलाइन रुपए वसूलता था। पुलिस को आरोपित के जब्त मोबाइल में बीस से अधिक एफआईआर डाउनलोड मिली हैं। फिलहाल गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम) अमित कुमार ने बताया कि मुरलीपुरा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सीसीटीएनएस से एफआईआर डाउनलोड कर पुलिस अधिकारी बनकर सहयोग करने का झांसा देकर लोगों से साइबर ठगी करने वाले आरोपी राजेन्द्र प्रसाद मीणा (25) निवासी राजगढ़ जिला अलवर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने वारदात करने में प्रयुक्त किए उसके मोबाइल को भी जब्त किया है। पुलिस को जब्त मोबाइल में बीस से अधिक एफआईआर मिली है। पुलिस ने रुपए वसूली के लिए भेजे क्यूआर कोड का विश्लेषण कर आरोपित राजेन्द्र प्रसाद मीणा को दबिश देकर पकड़ा है।
अमित कुमार ने बताया कि मुरलीपुरा थाने के कांस्टेबल पूरणमल को मुखबिर से नए तरीके के साइबर क्राइम का पता चला। पुलिस के सीसीटीएनएस पोर्टल पर दर्ज होने वाली एफआईआर को कुछ व्यक्तियों की ओर से डाउनलोड की जाती है। डाउनलोड एफआईआर से परिवादी के मोबाइल नंबर लेकर सम्पर्क किया जाता है। उनके केस का विशेष अनुसंधान अधिकारी बताकर मदद का झूठा आश्वासन देकर रुपयों की डिमांड करते हैं। आरोपित पक्ष से भी सम्पर्क कर डरा-धमकाकर ऑनलाइन रुपए की वसूली की जा रही है। दोनों पक्षों में राजीनामा करवाने की कहकर भी रुपए का सौदा करता था।
जांच अधिकारी कांस्टेबल पूरण मल की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच पड़ताल की। जहां जांच के दौरान सामने आया कि पिछले कुछ समय में महिला थाना (पश्चिम) में दर्ज कुछ मुकदमों के आरोपितों से अनुसंधान अधिकारी बनकर साइबर अपराधी से सम्पर्क किया है। डरा-धमकाकर मुकदमे में कार्रवाई नहीं करने का झांसा देकर ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करवाए। साइबर अपराधी की ओर से वसूली के लिए क्यूआर कोड भेजा गया था। क्यूआर कोड के मिलने पर पुलिस ने विश्लेषण कर शातिर साइबर अपराधी को धर-दबोचा।
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(Udaipur Kiran)