HimachalPradesh

शिक्षकों-अभिभावकों का दायित्व है बच्चों का समग्र विकास : कमलेश

विधायक कमलेश ठाकुर गर्ली मेले के दौरान।

धर्मशाला, 27 जनवरी (Udaipur Kiran) । विधायक कमलेश ठाकुर ने कहा कि बच्चों के समग्र विकास की जिम्मेदारी अध्यापकों के अभिभावकों की भी है। यही बच्चो देश भविष्य हैं आने वाले समय में यही बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, अधिकारी और शिक्षक बनेंगे। सोमवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गरली में दो दिवसीय जिला स्तरीय बाल मेले का शुभारंभ करते हुए विधायक कमलेश ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार बच्चों की वैज्ञानित तथा रचनात्मक कौशल को विकसित करने के लिए बाल मेलों का आयोजन करवा रही है।

उन्होंने कहा कि गरली स्कूल 1918 में बनाया गया था और यह विद्यालय अपने 100 वर्ष पूरे कर चुका है। इस स्कूल में बाल मेले का आयोजन अपने आप में गौरवांवित कर रहा है। विधायक ने बच्चों को अपने जीवन में अनुशासन का पालन करने को कहा और नशे से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता शिक्षा और स्वास्थ्य है क्योंकि अगर स्वास्थ ठीक नहीं होगा तो इसका असर पढ़ाई पर भी पड़ेगा।

इससे पहले जिला समन्वयक बाल मेला जोगिंदर शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि दो दिवसीय बाल मेला में पहली से तीसरी कक्षा के बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस , ड्राइंग , पेंटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। चैथी और पांचवी कक्षा के लिए स्कीट , सोलो डांस प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। छठी से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए साइंस प्रोजेक्ट , क्विज आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।

उन्होंने बताया कि इस जिला स्तरीय बाल मेले में 23 ब्लॉक से 1250 विद्यार्थी हिस्सा ले रहे है। इस बाल मेले में पहली से तीसरी के लगभग 250 विद्यार्थी, चैथी और पांचवी के लगभग 500 और छठी से आठवीं तक के लगभग 500 विद्यार्थी हिस्सा ले रहे है।

डॉक्टर जोगिंदर शर्मा जिला कॉर्डिनेटर बाल मेला ने बताया कि यह बाल मेला तीन स्तरों में होता है क्लस्टर , ब्लॉक और जिला स्तरीय। क्लस्टर और ब्लॉक स्तरीय बाल मेला 14 नवंबर से पहले सम्पन्न हो चुके है।

(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया

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