जम्मू, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । सामुदायिक स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती को बढ़ावा देने के लिए डॉ. ज्ञानेश्वर शर्मा ने कुदवाल स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती केंद्र के सहयोग से आंगनवाड़ी केंद्र पिंडी खुर्द में आज स्वास्थ्य जांच शिविर एवं डेंगू जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर सामान्य स्वास्थ्य जांच, डेंगू जांच, रक्तचाप जांच, पोषण परामर्श, और डेंगू जागरूकता सत्र जैसी सेवाएं प्रदान की गईं।
जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य सभी उपस्थित लोगों को डेंगू के लक्षणों, जोखिमों, रोकथाम रणनीतियों (जैसे मच्छरों के प्रजनन स्थलों को खत्म करना और सुरक्षात्मक उपाय अपनाना), और समय पर पहचान एवं उपचार के महत्व के बारे में जानकारी देना था। इस पहल को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं, और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग का समर्थन मिला, जिससे सामुदायिक स्वास्थ्य के प्रति सहयोगात्मक दृष्टिकोण सुनिश्चित हो सका।
इस अवसर पर डॉ. ज्ञानेश्वर शर्मा ने बताया कि डेंगू दुनिया की सबसे तेजी से फैलने वाली मच्छर जनित बीमारी है और वर्तमान में भारत में इसके कारण बहुत से लोग प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांवों में जागरूकता की कमी के कारण इस बीमारी का प्रकोप अधिक है और लोगों को जागरूक करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
डॉ. शर्मा ने डेंगू के फैलने के मुख्य कारणों और रोकथाम के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि डेंगू का मुख्य कारण मच्छरों का प्रजनन है, और इससे बचने का सबसे प्रभावी तरीका अपने आसपास सफाई रखना है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने घरों के आसपास फेंके गए अनावश्यक कचरे को साफ करें और पानी जमा न होने दें।
डॉ. शर्मा ने ग्रामीणों को यह भी बताया कि डेंगू के लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। उन्होंने समझाया कि उचित इलाज और समय पर ध्यान देने से यह बीमारी ठीक हो सकती है। उन्होंने ग्रामीणों को चेतावनी दी कि तीन दिनों से ज्यादा बुखार होने पर तुरंत चिकित्सा सलाह लें।
डॉ. शर्मा ने बच्चों और बुजुर्गों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न लें। इस जागरूकता कार्यक्रम ने ग्रामीणों को डेंगू के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी और उन्हें डेंगू-मुक्त समुदाय के निर्माण के लिए अपने आसपास सफाई रखने का वचन दिलाया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा