चंडीगढ़, 06 सितंबर (Udaipur Kiran) । चंडीगढ़ के सेक्टर-34 में चल रहा किसानों का धरना शुक्रवार को समाप्त हो गया। किसानों ने पंजाब सरकार को 30 सितंबर तक उनकी मांगों पर अधिसूचना जारी करने तथा कृषि पॉलिसी का ड्राफ्ट जारी करने का समय दिया है। इसके बाद किसानों ने फिर से धरना शुरू करने का ऐलान किया है।
इससे पहले गुरुवार की रात किसानों और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच ढाई घंटे तक चली बैठक में किसानों की मांगों पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके बाद फैसला लिया गया कि सरकार 30 सितंबर तक किसानों के साथ नई कृषि नीति का ड्राफ्ट साझा करेगी। इसके अलावा कर्ज में राहत के लिए सरकार वन टाइम सेलटमेंट (ओटीएस) स्कीम लेकर आएगी। इसके साथ ही सरकार किसानों पर दर्ज केस वापस लेने के लिए तैयार हो गई है। बैठक में किसानों व मजदूरों से संबंधित कुल 70 मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के बाद हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि किसानों के साथ अच्छे माहौल में बैठक हुई और उम्मीद है कि वे अपना आंदोलन वापस ने लेंगे। किसानों पर दर्ज केस वापस लेने पर भी सहमति बन गई है। जिन केसों पर कानूनी राय की जरूरत है, उन्हें एडवोकेट जनरल (एजी) के पास भेजा जाएगा। कृषि नीति के ड्राफ्ट में जो मुद्दे शामिल करने से रह गए हैं, उनको किसानों के सुझावों के बाद शामिल किया जाएगा।
इसके बाद नीति को लेकर दोबारा किसानों के साथ बैठक बुलाई जाएगी और इसे लागू किया जाएगा। इस बीच शुक्रवार को धरना स्थल पर किसानों की बैठक हुई। बैठक के बाद भारतीय किसान यूनियन उगराहां के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि सरकार उनकी मांगों को लेकर एक कदम आगे बढ़ी है और यही हमारा मकसद था। लंबित कृषि नीति लाने पर भी सरकार राजी हो गई है। चंडीगढ़ से मोर्चा हटाने को लेकर आज सभी जत्थेबंदियों की बैठक हुई है। 30 सितंबर तक अगर सरकार के आश्वासनों पर कार्रवाई नहीं हुई तो किसान दोबारा धरना देंगे।
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(Udaipur Kiran) शर्मा