CRIME

जालौन : सुसाइड नाेट लिख कर वृद्ध ने तालाब में कूदकर दी जान

फांसी

जालौन, 15 अप्रैल (Udaipur Kiran) । कोतवाली क्षेत्र के पक्के तालाब में एक बुजुर्ग ने मंगलवार को कूदकर जान दे दी। उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें मानसिक बीमारी और आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या करने की बात स्वीकारी है।

कोंच क्षेत्राधिकारी शैलेन्द्र बाजपेई ने बताया कि मृतक की पहचान महेश (64) के रूप में हुई है। जांच के दौरान मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। उससे पता चला है कि एलयूसीसी नाम से चिटफंड कंपनी का खाताधारक था। कंपनी के करोड़ों रुपये लेकर भाग जाने के बाद से वह मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। मंगलवार सुबह पांच बजे नित्यक्रिया जाने की बात कहकर निकले बुजुर्ग जब काफी देर घर नहीं पहुंचे ताे परिजनों न उनकी खोजबीन की। पक्के तालाब के पास उनके कपड़े और एक सुसाइड नोट मिला। नोट में उन्होंने आर्थिक तंगी, बीमारी और चिटफंड कंपनी के धोखाधड़ी का शिकार होने का जिक्र किया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ की तो परिवार के सदस्यों ने बताया कि महेश एलयूसीसी नाम की चिटफंड कंपनी में निवेशक थे। कंपनी के डायरेक्टर्स के भाग जाने के बाद उनका पैसा डूब गया। इसी वजह से वह मानसिक रूप से टूट गए थे। वह कर्ज के बोझ तले दबे हुए थे और बीमारी के कारण भी उनकी हालत खराब थी। इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजकर आगे की जांच शुरू कर दी है।

(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा

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जालौन : सुसाइड नाेट लिख कर वृद्ध ने तालाब में कूदकर दी जान

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जालौन, 15 अप्रैल (Udaipur Kiran) । कोतवाली क्षेत्र के पक्के तालाब में एक बुजुर्ग ने मंगलवार को कूदकर जान दे दी। उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें मानसिक बीमारी और आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या करने की बात स्वीकारी है।

कोंच क्षेत्राधिकारी शैलेन्द्र बाजपेई ने बताया कि मृतक की पहचान महेश (64) के रूप में हुई है। जांच के दौरान मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। उससे पता चला है कि एलयूसीसी नाम से चिटफंड कंपनी का खाताधारक था। कंपनी के करोड़ों रुपये लेकर भाग जाने के बाद से वह मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। मंगलवार सुबह पांच बजे नित्यक्रिया जाने की बात कहकर निकले बुजुर्ग जब काफी देर घर नहीं पहुंचे ताे परिजनों न उनकी खोजबीन की। पक्के तालाब के पास उनके कपड़े और एक सुसाइड नोट मिला। नोट में उन्होंने आर्थिक तंगी, बीमारी और चिटफंड कंपनी के धोखाधड़ी का शिकार होने का जिक्र किया था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ की तो परिवार के सदस्यों ने बताया कि महेश एलयूसीसी नाम की चिटफंड कंपनी में निवेशक थे। कंपनी के डायरेक्टर्स के भाग जाने के बाद उनका पैसा डूब गया। इसी वजह से वह मानसिक रूप से टूट गए थे। वह कर्ज के बोझ तले दबे हुए थे और बीमारी के कारण भी उनकी हालत खराब थी। इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजकर आगे की जांच शुरू कर दी है।

(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा

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