लखनऊ, 05 जनवरी (Udaipur Kiran) । विश्व ब्रेल दिवस के अवसर पर दृष्टिबाधितार्थ विभाग एवं स्थायी आयोजन समिति के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान के मुख्य वक्ता के रूप में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर के कुलपति प्रो० आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि यह शिक्षा नीति व्यक्ति को अनुभव आधारित शिक्षा की ओर उन्मुख करती है। प्रो० चक्रवाल ने विश्वविद्यालयों द्वारा विद्यार्थियों को रोजगारपरक एवं आत्मनिर्भर बनाने वाली शिक्षा दिए जाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने अपने उद्बोधन में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में इस ओर किए जा रहे अभिनव प्रयोगों को विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के साथ साझा किया। यह भी आह्वान किया कि विश्वविद्यालय देश के विकास में सक्रिय योगदान दे सकते हैं।
वर्तमान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए प्रो० चक्रवाल ने यह भी बताया कि विश्वविद्यालयों का योगदान केवल किताबी शिक्षा देना ही नहीं, अपितु उन्हें देश का एक ऐसा नागरिक बनाना है। जो प्रत्येक प्रयास द्वारा स्वयं का एवं देश का चहुमुखी विकास कर सके और इसके लिए विद्यार्थियों को केवल नौकरी के लिए तैयार करना ही एकमात्र विकल्प नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों में ऐसे कौशलों का विकास करना है। जो उन्हें नौकरी देने वाले उद्यमी बना सके।
कार्यक्रम के समापन प्रो कौशल शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि छात्रों को समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनाना है। इस नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हमें सभी स्तरों पर समर्पण और सहयोग की आवश्यकता है। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन अधिष्ठाता विशेष शिक्षा संकाय डॉ० कौशल शर्मा द्वारा किया गया और उन्होंने कहां की निश्चित रूप से यह व्याख्यान नई शिक्षा नीति के प्रति विद्यार्थियों की जागरूकता को बढ़ाएगा| इस व्याख्यान में विशेष शिक्षा संकाय शिक्षा विभाग के शिक्षक, विश्वविद्यालय के अन्य विभागों के प्रोफेसर और बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए।
इस कार्यक्रम मैं अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रोफेसर वी.के. सिंह स्वागत उद्बोधन एवं कार्यक्रम में आए सभी शिक्षकों एवं छात्रों का स्वागत किया| इस कार्यक्रम में अधिष्ठाता कला संकाय अवनीश चंद्र मिश्रा एवं कुलानुशासक प्रो० सी० के० दीक्षित, प्रो० वीरेंद्र यादव, दृष्टि बाधितार्थ विभाग के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ विजय शंकर शर्मा, डॉ बृजेश कुमार राय, श्री नीरज दीक्षित, डॉ आद्या शक्ति राय, आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय