हिसार, 8 सितंबर (Udaipur Kiran) । महान दार्शनिक, चिंतक व विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय का स्पष्ट मानना था कि जब तक दबे, कुचले व अत्यंत पिछड़े लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव नहीं आता, जब तक कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति का जीवन बेहतर नहीं होता तब तक हमारा राष्ट्र विकसित राष्ट्र नहीं कहा जा सकता। इसी विचार को लेकर भारत विकास परिषद पूरे देश मे प्रयासरत है।
यह बात स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने रविवार को अग्रसेन भवन में भारत विकास परिषद विवेकानंद शाखा के तत्वावधान में आयोजित समूहगान प्रतियोगता के शुभारंभ अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद का उद्देश्य भारतीय समाज का सर्वांगीण विकास करना है। सेवा व संस्कार की भावना लेकर समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को ऊपर उठाने के लिए निरंतर लगी हुई है। विकास में सामाजिक, सांस्कृतिक, नैतिक राष्ट्रीय एवं आध्यत्मिक उन्नति हो इसका चिंतन भी यह संस्था करती है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर