–‘मैं घर का मर्द हूँ, दिल में पत्थर लिए घूमता हूं’प्रयागराज, 28 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज में आयोजित दस दिवसीय प्रयागराज पुस्तक मेला अपने अंतिम चरण में है। नौवां दिन कविताओं और मुशायरे के रंग में सराबोर रहा। सांस्कृतिक मंच पर कवियों और शायरों ने अपनी रचनाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर प्रियतमा शुक्ला ने अपनी रचना ‘मैं घर का मर्द हूँ, दिल में पत्थर लिए घूमता हूं’ प्रस्तुत की, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। इसके अलावा, कवि कमल किशोर ‘कमल’ और अन्य रचनाकारों ने भी अपनी कविताओं से माहौल को जीवंत बना दिया।पुस्तक मेले में इस बार साहित्य अकादमी पुरस्कार 2024 से सम्मानित प्रसिद्ध कवयित्री गगन गिल चर्चा का केंद्र बनीं। उनकी काव्य संग्रह ‘मैं जब तक आई बाहर’ ने साहित्य प्रेमियों को विशेष रूप से प्रभावित किया। उनकी रचना, ‘मैं जब तक आई बाहर एकांत से अपने, बदल चुका था रंग दुनिया का’, ने स्त्री मन की गहराई और पीड़ा को उजागर किया। दर्शकों में उपस्थित मीना शर्मा ने इसे गगन गिल की कड़ी मेहनत और स्त्री भावनाओं की सशक्त अभिव्यक्ति का प्रमाण बताया।मेले में पहली बार कन्नौज के इत्र का स्टॉल भी लगाया गया है। संचालक अनवर ने बताया कि उनके पास 50 से अधिक प्रकार के इत्र हैं, जिनमें गुलाब, बेला, गुच्ची फ्लोरा, मस्क और डनहिल इत्रों की विशेष मांग है। उन्होंने पुस्तक मेले में भागीदारी को सकारात्मक अनुभव बताया।मेले के संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने कहा कि खराब मौसम के बावजूद पुस्तक प्रेमियों की अच्छी-खासी भीड़ मेले में पहुंची और उन्होंने अपनी पसंद की पुस्तकों का चयन किया। सह संयोजक मनीष गर्ग ने बताया कि पुस्तक मेला का समापन समारोह 30 दिसम्बर को शाम 4 बजे होगा। इस अवसर पर ‘बज्मे शाम’ कवि सम्मेलन और मुशायरे का आयोजन किया जाएगा।समारोह के मुख्य अतिथि अजीत कुमार सिंह, सचिव, प्रयागराज विकास प्राधिकरण होंगे। डॉ. भावना शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक टी.बी सप्रू जिला चिकित्सालय अति विशिष्ट अतिथि होंगी। विशिष्ट अतिथियों में सिविल लाइन्स व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुशील खरबंदा और वरिष्ठ समाजसेवी सैदुल रब भी होंगे।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र