Bihar

प्रभारी मंत्री ने भी माना शिक्षा विभाग में हुआ भारी अनियमितता, डीएम को जांच करने का दिया आदेश

मंत्री की बैठक

गोपालगंज, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करने एवं अधिकारियों

के अनियमितता बरते जाने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए गन्ना उद्योग विभाग

मंत्री -सह-प्रभारी मंत्री कृष्ण नंदन पासवान ने गुरुवार को डीएम मो मकसूद आलम को

निर्देश दिया कि अपने स्तर से जांच कराए और अगली बैठक में मंत्री द्वारा इसकी

समीक्षा की जाएगी।

मंत्री के आदेश पर डीएम ने इसकी जांच कराने के लिए कमिटी गठित कर जांच

कराने को कहा। भाजपा विद्यायक रामप्रवेश राय ने कहा कि लगातार अखबारों में छप रहे

है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा नियम के विरूद्व कार्य किए जा रहे है।

गोपालगंज के तत्कालीन डीईओ ने किशनगंज में करोड़ों रुपये के घोटाला करने के आरोप में

निलंबित किए है। उसी तौर पर डीईओ और उसने डीपीओ ने जिले में लगभग 40 करोड़ रुपये का

बंदबांट किया है।

इसकी जांच अनिवार्य है।

भाजपा नेताओं ने प्रभारी मंत्री को शिक्षा विभाग के आकड़े के मुताबक जिले

में खर्च किए राशि का ब्यौर भी दिया। जिसमें एक वर्ग से लकर 8वीं तक 1052 प्रथमिक

स्कूल हैं। 9वीं से 12 वीं तक उत्क्रमित हाई स्कूल 498 और 241 हाईस्कूल है। जिसमें

अभी तक प्राथमिक विद्यालयों में 153 योजनाओं में 7 करोड़ 86 लाख 588 रूपये, हाईस्कूल

के 47 योजनाअें में 2 करोड़ 35 लाख, 174 प्राथमिक विद्यालयों में प्री फाईस सेड़ के तहत 7

करोड़ 55 लाख और माध्यमिक विद्यालयों में एक करोड़ 15 लाख, इस

तरह प्राथमिक विद्यालयों में 22 करोड़ और माध्यमिक विद्यालयों में 9 करोड़ रूपए 31

मार्च 24 तक खर्च किए है। विद्यालयों के निर्माण कार्य में लगे 40 एजेंसियों का

भुगतान भी 31 मार्च 24 तक कर दिया गया है। इसके आलावे विद्यालयों में टेंबल बेंच

के मद में 8 करोड़ खर्च किए है। शिक्षा विभाग के अतंर्गत 5 विभाग है। लेखा विभाग को

7 करोड़ 55 लाख प्राथमिक विद्यालय और 1 करोड़ 15 लाख माध्यमिक विद्यालय के विकास के

लिए आया था। जिसे 31 मार्च तक कार्य कराकर सभी संवेदकों का भुगतान कर दिया है।

टेबल, बेंच, स्वच्छ पेयजल स्थापना के पास था।

(Udaipur Kiran)

(Udaipur Kiran) / Akhilanand Mishra / गोविंद चौधरी

Most Popular

To Top