फिरोजाबाद, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । सीआरपीएफ के बलिदान जवान विक्रम यादव का राजकीय सम्मान के साथ गुरुवार को अंतिम संस्कार हुआ। बेटे ने मुखाग्नि दी। इस दौरान हर आंख नम हो गई। इस मौके कर जब तक सूरज चांद रहेगा बिक्रम तेरा नाम रहेगा और भारत माता की जयघोष होती रही।
थाना मटसेना क्षेत्र के गांव खरदूसपुर ढकपुरा निवासी विक्रम यादव (49) पुत्र मान सिंह यादव साल 1999 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में भर्ती हुए थे। उनकी तैनाती 33वीं वाहिनी में थी और जम्मू के डोडा जिले के भदरवा में उनकी पोस्टिंग थी। बुधवार की दोपहर उनके घर पर यह खबर आई कि विक्रम यादव बलिदान हो गए हैं। जिसके बाद परिजन हैरान रह गए। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। परिवार बलिदान के पार्थिव शरीर के आने का इंतजार कर रहा था। बुधवार की मध्य रात में
सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर जगदीश कुमार अपनी टीम के साथ विक्रम यादव के शव को लेकर उनके गांव पहुंचे और पिता को तिरंगा भी भेंट किया। शहीद के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। बलिदान जवान के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में ग्रामीण पहुंचे। इस दौरान नायब तहसीलदार, प्रभारी इंस्पेक्टर मटसेना, सीओ सदर भी मौजूद रहे। अंतिम दर्शन के बाद गुरुवार को राजकीय सम्मान और गार्ड ऑफ ऑनर के साथ बलिदान विक्रम यादव को अंतिम विदाई दी गई। विक्रम के बेटे नीतीश ने उन्हें मुखाग्नि दी। सभी की आंखें नम थी। इस दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा, विक्रम तेरा नाम रहेगा, भारत माता की जय की जयघोष होती रही।
सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर जगदीश कुमार ने बताया कि कैलाश कुंड यात्रा की तैयारियों के समय पहाड़ चढ़ते समय विक्रम की अचानक तबियत बिगड़ी थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
(Udaipur Kiran) / कौशल राठौड़ / मोहित वर्मा