मुंबई, 07 मई (Udaipur Kiran) । हम जो खाना रोज खाते हैं, वही हमारा असली आहार (डाइट) होता है। इसलिए उसमें पोषण मूल्यों का सही संतुलन होना बेहद जरूरी है। घर पर बने पारंपरिक भोजन हमारे शरीर के लिए सबसे उत्तम होते हैं क्योंकि वे प्राकृतिक, पचाने में आसान और संतुलित होते हैं। अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी ऐसे ही संतुलित आहार में छिपी होती है। यह जानकारी प्रसिद्ध पोषण विशेषज्ञ ऋजुता दिवेकर ने दी ।
ऋतुजा दिवेकर बुधवार को मंत्रालय में आयोजित टेक वारी कार्यक्रम के अंतर्गत स्वस्थ जीवनशैली विषय पर आयोजित व्याख्यान में बोल रही थीं। ऋजुता दिवेकर ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे अनेक शारीरिक और मानसिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं। लेकिन संतुलित और प्राकृतिक आहार की मदद से हम अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। पोषण की दृष्टि से देखें तो आहार में फलों, सब्जियों, घर पर बने भोजन, उचित मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन का समावेश होना चाहिए। समय पर और सही मात्रा में खाना लंबे समय तक अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। उन्होंने सलाह दी कि सप्ताह में कम से कम तीन दिन नियमित रूप से व्यायाम करें, चलने की आदत डालें और यदि संभव हो तो लिफ्ट की जगह सीढिय़ों का उपयोग करें। इससे शरीर सक्रिय रहता है और स्वास्थ्य में सुधार होता है। अगर हर व्यक्ति को स्वस्थ रहना है तो मोबाइल और टीवी जैसी स्क्रीन पर बिताया जाने वाला समय कम करना जरूरी है। स्थानीय, मौसमी और पारंपरिक भोजन को प्राथमिकता देनी चाहिए। पैकेटबंद और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से यथासंभव दूर रहना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। ऐसा कहते हुए श्रीमती दिवेकर ने हर आयु वर्ग के लोगों के आहार और स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं पर विस्तार से मार्गदर्शन किया।
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(Udaipur Kiran) यादव
