वाशिंगटन/नई दिल्ली, 05 नवंबर (Udaipur Kiran) । संयुक्त राज्य अमेरिका में अगले चार साल की दिशा तय करने की बहुप्रतीक्षित घड़ी आ गई। यहां मंगलवार सुबह अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए मतदान शुरू होगा। संभावना है देररात यह भी तय हो जाए कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ड्रंप में से कौन व्हाइट हाउस पहुंचेगा। अब देखना यह बाकी है कि अमेरिकी मतदाता अपना अगला पथ प्रदर्शक किसे चुनते हैं। कुल आठ उम्मीदवारों में मुख्य मुकाबला भारतीय मूल की डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के बीच है।
चुनाव की पूर्व संध्या पर डोनाल्ड ट्रंप ने आगाह किया कि हैरिस जीतीं तो तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा है। प्रचार के अंतिम क्षणों में हैरिस ने अश्वेत और अरब मूल के मतदाताओं का दिल जीतने की कोशिश की। संयुक्त राज्य अमेरिका में हुए ओपिनियन पोल के अनुसार, 60 वर्षीय कमला और 78 वर्षीय ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर है। मतदान की निर्धारित तिथि से पहले 7.7 करोड़ वोटर वैकल्पिक तरीकों से मतदान कर चुके हैं।
तमिलनाडु के थुलसेंद्रपुरम में कमला के लिए प्रार्थना
इस चुनाव पर ‘नई दिल्ली’ की भी नजर है। मगर भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु के गांव थुलसेंद्रपुरम में खास उत्साह है। कमला हैरिस के परिवार से गहरे जुड़ाव वाला यह गांव जश्न के माहौल में डूबा हुआ है। गांव को कमला हैरिस के पोस्टरों से सजाया है। उनकी जीत के लिए मंदिर में विशेष प्रार्थना की गई है। कमला हैरिस अगर जीतती हैं तो वह भारत और भारतीय मूल के लोगों के लिए गर्व का बड़ा विषय होगा। करीब 235 वर्ष के राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में पहला मौका होगा जब कोई महिला अमेरिका की राष्ट्रपति बनेगी। थुलसेंद्रपुरम कमला हैरिस के नाना पीवी गोपालन का मूल गांव है। हैरिस की मां श्यामला दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चली गईं। हैरिस कैलिफोर्निया के ओकलैंड में पली-बढ़ीं हैं।
(Udaipur Kiran) / मुकुंद