-पौधों की वैज्ञानिक समझ और उनसे जुड़ी तकनीकी प्रगति कृषि की समृद्धि के लिए आवश्यक: प्रो. चौहान
नैनीताल, 8 नवंबर (Udaipur Kiran) । कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के कृषि एवं एग्रोफॉरेस्ट्री संकाय और प्लांटिका फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को दो दिवसीय सातवें प्लांट साइंस रिसर्चर्स मीट का भव्य शुभारंभ हुआ। नैनीताल के एमएमटीआईसी स्थित देवदार हॉल में यह आठ और नाै नवंबर को आयोजित हो रहे इस सम्मेलन में देश-विदेश के वैज्ञानिक, शोधार्थी और कृषि विज्ञान के विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन का उद्घाटन गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति मनमोहन सिंह चौहान ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। उन्होंने अपने संबोधन में पौध विज्ञान के नवीन शोध और इसके कृषि क्षेत्र में महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि पौधों की वैज्ञानिक समझ और उनसे जुड़ी तकनीकी प्रगति कृषि की समृद्धि के लिए आवश्यक है।
कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान रावत ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि पर्यावरण संरक्षण और किसानों की उत्पादकता बढ़ाने के लिये यह शोध न केवल कृषि क्षेत्र में बल्कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में भी सहायक है।
संगोष्ठी के संयोजक और कृषि एवं एग्रोफॉरेस्ट्री संकाय के अध्यक्ष प्रो. जीत राम ने बताया कि इस सम्मेलन में पौध विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। शोधार्थी अपने नवीनतम अनुसंधान प्रस्तुत करेंगे, जिससे छात्रों और शोधकर्ताओं को नए विचार और दिशा प्राप्त होगी।
इस अवसर पर कुमाऊं विश्वविद्यालय के अनेक प्राध्यापक, शोधार्थी और छात्र उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी