
शिलांग, 11 अप्रैल (Udaipur Kiran) । असम राइफल्स ने शुक्रवार को मेघालय के शिलांग में पहला असम राइफल्स एक्स-सर्विसमेन एसोसिएशन (एआरईएसए) सम्मेलन आयोजित कर एक ऐतिहासिक पहल की। यह सम्मेलन बल और उसके सम्मानित पूर्व सैनिकों के बीच संबंधों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा।
सम्मेलन का उद्देश्य एआरईएसए की समन्वय प्रक्रिया को मजबूत करना, संवाद के माध्यम से फीडबैक प्राप्त करना, जवाबदेही और कार्यक्षमता को बढ़ाना तथा असम राइफल्स पूर्व सैनिक और उनके परिजनों के कल्याण को प्राथमिकता देना रहा।
सम्मेलन की अध्यक्षता लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा, एवीएसएम, एसएम, महानिदेशक, असम राइफल्स ने की। उन्होंने पूर्व सैनिकों के योगदान को नमन करते हुए देश की अखंडता और सुरक्षा में उनके अमूल्य योगदान की सराहना की। अपने मुख्य भाषण में उन्होंने सेवानिवृत्त समुदाय के लिए निरंतर जुड़ाव और कल्याणकारी पहलों की आवश्यकता पर बल दिया।
सम्मेलन के मुख्य बिंदु सूचना प्रसार – पर्यावरण से संबंधित जानकारी साझा करना, लाभ/अनुदानों की जानकारी देना और 2024-25 की एजीबीएम बैठक के एजेंडे पर चर्चा करना, संगठनात्मक एवं कार्यात्मक पहलू – वर्तमान संगठन की कार्यक्षमता को रेखांकित करना और एआर ईएसएम एवं उनके परिजनों से बेहतर संपर्क व पहुंच बनाने के उपायों पर चर्चा करना, चुनौतियां – वर्तमान चुनौतियों को सामने लाना और उनके समाधान के उपायों पर मंथन करना, विविध पहलू – विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श कर उन्हें एआर ईएसएम और उनके परिवारों के हित में लागू करना रहा।
एआरईएसए के निदेशक ने कहा, “यह सम्मेलन हमारी सामूहिक भावना और समर्पण का प्रतीक है। यह देखकर गर्व होता है कि हमारे पूर्व सैनिकों को इतने सार्थक तरीके से सम्मानित और सहयोग प्रदान किया जा रहा है।”
असम राइफल्स अपने पूर्व सैनिकों की सेवा को सम्मान देने के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में देश के विभिन्न हिस्सों में ऐसे सम्मेलनों का आयोजन कर व्यापक जुड़ाव और समावेशन सुनिश्चित करने की दिशा में कार्यरत रहेगा।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
