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—दल चेन्नई से काशी के लिए रवाना, आईआरसीटीसी ने अतिथियों के स्वागत-सत्कार के लिए की तैयारी
वाराणसी, 14 फरवरी (Udaipur Kiran) । काशी तमिल संगमम के तीसरे संस्करण में भाग लेने के लिए तमिलनाडु का पहला 200 सदस्यीय दल शनिवार को वाराणसी पहुंचेगा। तमिल मेहमानों के स्वागत के लिए भव्य स्तर पर तैयारियां की गई है। वाराणसी में मेहमानों के स्वागत के लिए आईआरसीटीसी ने भी पूरी तैयारी की है।
कॉरपोरेशन के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि पहले दल को लेकर आ रहे ट्रेन को तमिलनाडु के राज्यपाल थिरू आरएन रवि ने हरी झंडी दिखाकर चेन्नई से रवाना किया। उन्होंने बताया कि मेहमानों के स्वागत में रेड कारपेट बिछाए जाएंगे। शंख ध्वनि, डमरू के निनाद और ढोल की थाप के बीच तिलक लगाकर और माल्यार्पण कर स्वागत किया जाएगा।
काशी में दल के सदस्य भ्रमण करेंगे
मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा बताया कि मेहमानों को ई-बसों से उनके होटलों तक पहुंचाया जाएगा। मेहमान हनुमान घाट पर गंगा स्नान करने के बाद राष्ट्रकवि सुब्रमण्यम भारती के प्रवास स्थल पर जाएंगे। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन, रामनगर किला,बीएचयू में आयोजित अकादमिक सत्र में सहभागिता करने के साथ नमो घाट पर आयोजित कार्यक्रम में अतिथि भाग लेंगे।
बीएचयू में होगा एकेडमिक सत्र
काशी तमिल संगमम-3 संगमम के तहत 16 से 22 फरवरी तक आयोजित छह अकादमिक सत्र बीएचयू में होंगे। हर जत्थे के मेहमानों को बीएचयू परिसर के ऐतिहासिक स्थलों और विभागों का भ्रमण कराया जाएगा। इससे पहले नमो घाट पर लगे स्टॉल पर मेहमान बीएचयू और आईआईटी बीएचयू के बारे में जानेंगे। विवि की तरफ से गठित प्रचार समिति को यह जिम्मा दिया गया है।
पहले दल में छात्र, शिक्षक, किसान, कारीगर, पेशेवर और छोटे उद्यमियों के अलावा महिलाओं और शोधकर्ता भी शामिल है। सभी को प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम तट पर महाकुंभ मेले में भागीदारी का मौका मिलेगा।
काशी तमिल संगमम 3.0 की थीम
काशी तमिल संगमम की मुख्य थीम ऋषि अगस्त्य के महत्वपूर्ण योगदान को उजागर करना है जो उन्होंने सिद्धा चिकित्सा पद्धति (भारतीय चिकित्सा), शास्त्रीय तमिल साहित्य और राष्ट्र की सांस्कृतिक एकता में दिया है। इस अवसर पर एक विशिष्ट प्रदर्शनी ऋषि अगस्त्य के व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं के बारे में और स्वास्थ्य, दर्शन, विज्ञान, भाषा विज्ञान, साहित्य, राजनीति, संस्कृति, कला, विशेष रूप से तमिल और तमिलनाडु के लिए उनके योगदान पर आयोजित की जाएगी।
बीएचयू के विभिन्न विभागों का होगा योगदान
समिति के अध्यक्ष प्रो. अनुराग दवे ने बताया कि नमो घाट पर बीएचयू के कृषि संस्थान, दृश्य कला, मंच कला, पशु विज्ञान संकाय, दंत चिकित्सा सहित अन्य विभागों के विशेषज्ञ होंगे। जंतु विज्ञान के प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे और शोधार्थी जीनथिरेपी और और डीएनए विज्ञान की दिशा में हुए उत्कृष्ट कार्यों के बारे में बताएंगे। तमिल प्रतिनिधिमंडल को बीएचयू पर शॉर्ट वीडियो भी दिखाए जाएंगे। तमिल विभाग के आचार्य और छात्र स्वयंसेवक मेहमानों से संवाद का जरिया बनेंगे।
सीपी और जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
नमोघाट पर काशी तमिल संगमम की तैयारियों को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल,जिलाधिकारी एस राजलिंगम और अपर पुलिस आयुक्त डॉ एस चिनप्पा ने अन्तिम रूप दिया। अफसरों ने नमोघाट का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। जिलाधिकारी ने अपर नगर आयुक्त सविता यादव को नमों घाट पर पर्याप्त मात्रा में जेटी लगाने,घाटों व शौचालयों के साफ सफाई के समुचित प्रबंध कराने के लिए सफाईकर्मियों को नियुक्त करने का निर्देश दिया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
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